
पूर्व कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) को उनके शांत मनोस्थिति के लिए जाना जाता है. इसी वजह से उन्हें मीडिया से "कैप्टन कूल" का टाइटल मिला, लेकिन जब धोनी को गुस्सा आता है, तो यह अलग ही तरह का होता है. यदा-कदा इसके दर्शन टीवी पर कई बार फैंस ने किए हैं. ऐसी घटना का जिक्र चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए खेलने वाले उनके पूर्व साथी और वर्तमान बैटिंग कोच माइकल हसी ने किया है. हसी ने घटना का जिक्र करते हुए बताया कि जब धोनी के साथ यह वाक्या हुआ, तो उन्हें एक बार को लगा कि अब चेन्नई के साथ उनका बैटिंग कोच का कार्यकाल खत्म हो गया है. हसी ने साल 2008 से लेकर 2013 तक बतौर खिलाड़ी CSK का प्रतिनिधित्व किया. फिर वह 2015 में भी टीम से जुड़े. इसके बाद चेन्नई पर दो साल के बैन के बाद माइकल हसी साल 2018 में CSK के साथ बतौर बैटिंग कोच के रूप में जुड़े.
मुश्किल होती है CSK के खिलाड़ियों के साथ
इस साल चेन्नई को प्ले-ऑफ मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद से क्वालीफायर-1 में भिड़ना था. यहां धोनी एंड कंपनी को चर्चा में चल रहे राशिद खान से भिड़ना था. इस सूरत में माइकल हसी जल्द ही समझ गए कि बड़े मैच से पहले वह कोचिंग को लेकर ज्यादा तकनीकी नहीं हो सकते. घटना और अपने कोचिंग कार्यकाल को को याद करते हुए हसी ने एक पोडकास्ट में कहा, "मुझे कोचिंग से प्यार है. सीएसके टीम में असाधारण टैलेंट है. यहां कुछ ऐसा है कि आपको खिलाड़ियों के साथ कुछ करने के संदर्भ में बैकफुट पर रहना होता है. और आप उनके साथ ज्यादा कुछ करने की स्वतंत्रता नहीं ले सकते क्योंकि टीम में कुछ महानतम खिलाड़ी हैं."
उन्होंने कहा, "उदाहरण के तौर पर धोनी के साथ काम करने के लिए मैं खुद को चिकोटी काटा करता था. मेरे हिसाब से वह इतिहास के सबसे बड़े फिनिशर हैं." उन्होंने कहा,"तब मैच से पहले राशिद खान की विविधता को लेकर धोनी को दिया गया डाटा धोनी को पसंद नहीं आया." हसी ने कहा, "मैच से पहले ही की रात एनालिस्ट ने मुझे राशिद खान का डाटा भेजा. और यह ऐसा था कि जब राशिद गुगली फेंकते हैं, तो उनकी उंगलियां साथ-साथ चलती हैं. और जब वह लेग स्पिन करते हैं, तो उनकी उंगलियां अलग हो जाती है."
"राशिद का डाटा शानदार था"
हसी ने बात आगे बढ़ाते हुए कहा, "मुझे लगा कि यह अच्छा है.लेकिन यह डाटा ठीक मैच से पहले की रात मिला है. ऐसे में मैं सोच रहा हूं कि इसे बल्लेबाजों को भेजा जाए या नहीं. मैं करीब एक घंटे तक इस डाटा के साथ बैठा रहा क्योंकि आप खिलाड़ियों को बहुत ज्यादा बातें नहीं बताना चाहते." उन्होंने कहा, "लेकिन मुझे लगा कि अगर मैं इसे अपने साथ लिए बैठा रहा और आगे नहीं भेजा, तो मैं अपने को कभी माफ नहीं कर पाऊंगा. और मैंने इसे बैटिंग ग्रुप में भेज दिया. मैंने कहा कि यह आपके लिए अहम हो सकता है और आप इसका इस्तेमाल कर सकते हो. अगर नहीं, तो इसकी अनदेखी कर सकते हो. फैफ डु प्लेसी को ऐसी बातें बहुत पसंद आती हैं. और उन्होंने तुरंत जवाब दिया कि यह बहुत ही शानदार है"
राशिद ने धोनी को सस्ते में चलता कर दिया
बहरहाल, क्वालीफायर-1 में हुआ यह कि मुंबई में 140 रनों का पीछा करते हुए चेन्नई के 4 विकेट 39 पर गिर गए. राशिद ने धोनी को भी चलता कर दिया. हालांकि, चेन्नई ने मैच दो विकेट से जीता, लेकिन धोनी ने अपने गुस्से से हसी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि उनका बैटिंग कोच करियर चेन्नई के साथ खत्म हो गया है. हसी ने खुलासा करते हुए बताया, "अगले दिन हमारे चार विकेट जल्द ही गिर गए. धोनी और फैफ क्रीज पर थे. राशिद खान आए और पहली ही गेंद गुगली फेंकी. धोनी स्पिन के खिलाफ कवर ड्राइव खेलने गए और बोल्ड हो गए. आपको समझना होता है कि यह खिलाड़ी मेगा स्टार है और उसे भारत में भगवान जैसा दर्जा हासिल है"
"धोनी आते ही भड़क उठे"
कंगारू पूर्व क्रिकेटर ने कहा, "आउट होने के बाद वह आए और सीधा मेरी आंखों में देखते हुए बोले, "मैं अपने तरीके से ही बैटिंग करूंगा, थैंक्स. और इतना कहने के बाद मेरे बगल में बैठ गए. ओह! कोचिंग करियर खत्म! फिर पूरे मैच के दौरान मैं सन्न बैठा रहा." इसके बाद जब चेन्नई का फाइनल में फिर से हैदराबाद से सामना हुआ, तो शांत धोनी ने हसी से मुलाकात करके स्थिति स्पष्ट की. हसी ने कहा, "धोनी एक शानदार शख्सियत है. वह मैच के बाद मेरे पास आए और बोले, "जानकारी बहुत ही बढ़िया थी, लेकिन लेकिन इस पर अमल करने के लिए मुझे कुछ नेट सेशन और समय की जरूरत है."
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