इंफोसिस के पूर्व सीईओ मोहनदास पई (Mohandas Pai) ने रविवार को कहा कि सेबी के खिलाफ हिंडनबर्ग
(Hindenburg) का ताजा आरोप बकवास और बदनाम करने का प्रयास है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि यह रिपोर्ट केवल और केवल ध्यान आकर्षित करने की एक रणनीति हो सकती है. उन्होंने लिखा कि सनसनीखेजता के उद्देश्य से बकवास आरोप लगाए जा रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक प्रतिष्ठित पैनल से जांच हुई और हिंडनबर्ग पूरी तरह से गलत आरोपों को लेकर उजागर हो गया. ऐसे में वो फिर से कीचड़ उछाल रहा है.
उन्होंने लिखा कि फंड की हेराफेरी से ध्यान भटकाने की एक कोशिश है. आरोप बकवास और हास्यास्पद है. कोई वास्तविक सबूत नहीं दिए गए हैं केवल बयानबाजी हुई है. पई ने आगे कहा कि कुछ कचरा बाहर फेंक दिया जाता है और "(जॉर्ज) सोरोस गिरोह उस पर कूद पड़ता है".इस बीच, सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोप का जोरदार खंडन किया है.
SEBI चीफ और अदाणी ग्रुप ने आरोप को बताया गलत
हिंडनबर्ग की हालिया रिपोर्ट को SEBI की चेयरपर्सन और अदाणी ग्रुप ने आधारहीन करार दिया है. SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने इसे चरित्रहनन की कोशिश बताया. उन्होंने और उनके पति धवल बुच ने ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा, 'हमारी जिंदगी और हमारे फाइनेंस एक खुली किताब हैं, हमने SEBI को समय-समय पर सारे डिस्क्लोजर दिए हैं.'
वहीं अदाणी ग्रुप ने कहा है कि शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग अपने फायदे के लिए फिर से झूठे और दुर्भावनापूर्ण आरोप लगा रहा है. जिन आरोपों को मार्च 2023 में सुप्रीम कोर्ट से खारिज कर दिया गया था, हिंडनबर्ग उनकी ही रीसाइक्लिंग कर रहा है और पहले से तय निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए पब्लिक में मौजूद जानकारी का गलत उपयोग कर रहा है. इतना ही नहीं हिंडनबर्ग तथ्यों और नियमों की अवमानना भी कर रहा है.
ये भी पढ़ें-:
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं