देश में सोने का आयात नवंबर में चार गुना होकर 14.86 अरब अमेरिकी डॉलर के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया. मुख्य रूप से त्योहारी और शादी-विवाह की मांग के कारण सोने का आयात बढ़ा है.वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. नवंबर, 2023 में सोने का आयात 3.44 अरब डॉलर रहा था. कुल मिलाकर चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर के दौरान आयात 49 प्रतिशत बढ़कर 49 अरब डॉलर हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 32.93 अरब डॉलर था.
मंत्रालय के अनुसार, लगभग 25 प्रतिशत औसत वार्षिक रिटर्न के साथ सोना 2024 (नवंबर तक) में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली संपत्तियों में से एक है. अधिक आयात एक सुरक्षित संपत्ति के रूप में कीमती धातु में निवेशकों के मजबूत भरोसे का संकेत देता है.
इस साल अबतक सोने की कीमतें 23 प्रतिशत बढ़ी
इसके अलावा वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण संपत्ति विविधीकरण के लिए सोने की खरीद, बैंकों की बढ़ती मांग और सीमा शुल्क में कटौती के चलते भी इस कीमती धातु की चमक बढ़ी है.राष्ट्रीय राजधानी में इस साल अबतक सोने की कीमतें 23 प्रतिशत बढ़कर 78,350 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई हैं.
सरकार ने सोने के आयात पर शुल्क को 15% से घटाकर 6% किया
बजट में सरकार ने सोने के आयात पर शुल्क को 15 प्रतिशत से घटाकर छह प्रतिशत कर दिया था. भारत का सोना आयात 2023-24 में 30 प्रतिशत बढ़कर 45.54 अरब डॉलर हो गया था.
स्विट्जरलैंड सोने के आयात का सबसे बड़ा स्रोत है, जिसकी हिस्सेदारी लगभग 40 प्रतिशत है. इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात (16 प्रतिशत से अधिक) और दक्षिण अफ्रीका (लगभग 10 प्रतिशत) का स्थान है.
देश के कुल आयात में इस कीमती धातु का हिस्सा पांच प्रतिशत से अधिक है.सोने के आयात में उछाल ने देश के व्यापार घाटे (आया और निर्यात के बीच का अंतर) को नवंबर में रिकॉर्ड 37.84 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचा दिया.
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