लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अंतरिम बजट में मोदी सरकार ने अपना बड़ा सियासी दांव खेल दिया है. मोदी सरकार ने आयकर की सीमा 5 लाख तक बढ़ाकर मध्यमवर्ग और नौकरी-पेशा वाले युवा को साधने की कोशिश की है. इतना ही नहीं, मोदी सरकार ने किसानों को भी साधने की कोशिश की है. बजट पर आम आदमी पार्टी के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. आम आदमी पार्टी संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बजट को जुमला करार दिया. कहा कि इस अंतरिम बजट ने दिल्ली को पूरी तरह निराश किया.केजरीवाल ने कहैा कि केंद्रीय करों में हमारा हिस्सा 325 करोड़ रुपये का है और स्थानीय निकायों के लिए कुछ भी निर्धारित नहीं है. दिल्ली आर्थिक रूप से अपने दम पर चल रही है.
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर निशाना साधा. उन्होंने कहा-5 साल तक कुछ न करो तो जाते जाते "जुमलों का विस्फोट" करने में कोई बुराई नही है. एक बोतल साफ़ पानी की क़ीमत 20 रु, महीने का ख़र्च 600 रु मोदी जी किसान परिवार को प्रतिमाह दे रहे हैं 500 रु "प्रधानमंत्री पानी पिलाओ परिवार जिलाओ योजना" बजाओ ताली, मनाओ दिवाली.
'आप' नेता दिलीप कुमार पांडेय ने बजट को लेकर दो ट्वीट किए. एक ट्वीट में उन्होंने कहा- नोटबंदी करके मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था चौपट कर दी. आज हर महीने 500 रुपये देने की घोषणा करके किसानों के जख्मों पर नमक छिड़क रही है. बिना तैयारी नोटबन्दी के बाद बिना तैयारी के बजट. डिपार्चर लाउंज में बैठी मोदी सरकार के जुमलों की आख़िरी खेप, देश को मुबारक़. दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा- पांच साल तक अर्थव्यवस्था को चौपट करने के बाद अब इस सरकार की विदाई का वक्त आ गया है. आज के अंतरिम बजट के जरिये भी ये सरकार लोगों को बेवकूफ बनाने का काम कर रही है. फ़िर बिना तैयारी के बजट किया पेश किया. बजट में भी घोटाला कर दिया इस सरकार ने.
वीडियो- कैसा रहा मोदी सरकार का अंतरिम बजट, विशेषज्ञों ने बताया
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं