विज्ञापन
This Article is From Jan 29, 2018

शिक्षा, रोजगार की चुनौतियों से निपटने में नाकाम रही मोदी सरकार : चिदंबरम

संसद में पेश 2017-18 की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पर जारी प्रतिकिया में चिदंबरम ने कहा कि राजग सरकार के 4 साल सत्ता में रहने के बावजूद कृषि क्षेत्र के हालात भी बदतर बने हुए हैं.

शिक्षा, रोजगार की चुनौतियों से निपटने में नाकाम रही मोदी सरकार : चिदंबरम
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम. (फाइल फोटो)
  • सरकार रोजगार क्षेत्र की चुनौतियों से निपटने में नाकाम रही
  • पूर्व वित्त मंत्री बोले, कृषि क्षेत्र के हालात भी बदतर बने हुए हैं
  • संसद में पेश आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दे रहे थे चिदंबरम
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि चार साल तक केंद्र की सत्ता में काबिज रहने के बाद भी भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार शिक्षा, रोजगार और कृषि क्षेत्र की चुनौतियों से निपटने में नाकाम रही है. संसद में पेश 2017-18 की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पर जारी प्रतिकिया में चिदंबरम ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के 4 साल सत्ता में रहने के बावजूद कृषि क्षेत्र के हालात भी बदतर बने हुए हैं. 'वास्तविक कृषि क्षेत्र वृद्धि और वास्तविक कृषि राजस्व यथावत ही हैं.' इससे पता चलता है कि कृषि क्षेत्र पर ध्यान नहीं दिया गया.

यह भी पढ़ें :  पीएम मोदी पर चिदंबरम का तंज, 'अगर पकौड़े बेचना नौकरी है तो फिर भीख मांगना भी...'

चालू वित्त वर्ष के दौरान आर्थिक वृद्धि दर 6.75 प्रतिशत रहने के समीक्षा में किए गए दावे पर भी उन्होंने सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि साल की पहली छमाही में आर्थिक वृद्धि 6 प्रतिशत रही है. इसे देखते हुए लगता है कि साल की समाप्ति पर आर्थिक वृद्धि 6 से 6.5 प्रतिशत रह सकती है. इसके अधिक रहने के समर्थन में कोई तथ्य समीक्षा में नहीं दिए गए हैं.

VIDEO : आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट की 10 खास बातें


प्रतिक्रिया में समीक्षा के पैराग्राफ का हवाला देते उन्होंने कहा है कि सरकार की शौचालय, जनधन खाता, एलपीजी कनेक्शन और गांवों के विद्युतीकरण जैसे प्रमुख कार्यक्रम भी कोई ठोस परिणाम हासिल नहीं कर पाए हैं. उन्होंने कहा कि समीक्षा में राजकोषीय घाटे और चालू खाते के घाटे को संवेदनशील बताया गया है. इससे राजकोषीय मजबूती में धीमी प्रगति का संकेत मिलता है. इससे सरकार के आर्थिक स्थिति मजबूत होने का दावा झूठा साबित होता है. 

(इनपुट : एजेंसी)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com