प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को संसद में वर्ष 2016-17 का रेल बजट पेश करते हुए स्टेशनों और रेलगाड़ियों में साफ-सफाई में सुधार के लिए 'क्लीन माई कोच' सहित अनेक उपाय शुरू करने की घोषणा की। रेल मंत्री ने कहा कि अखिल भारतीय स्तर पर 'क्लीन माई कोच' सेवा शुरू की गई है, जिसमें यात्री एसएमएस के जरिए अपने कोच, शौचालय को साफ करने का अनुरोध कर सकते हैं और नियमित अंतराल पर तीसरी पार्टी ऑडिट और यात्रियों द्वारा फीडबैक के आधार पर ए-1 और ए श्रेणी के स्टेशनों का रैंक निर्धारण किया जा सकता है।
उन्होंने ए-1 श्रेणी के प्रत्येक स्टेशनों पर चरणबद्ध आधार पर वेस्ट सेग्रीगेशन और रिसाइक्लिंग सेंटर की स्थापना करने का भी प्रस्ताव रखा। साथ ही अगले वित्त वर्ष तक 30,000 जैविक शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा गया है। रेल मंत्री ने चुनिंदा स्टेशनों, पहुंच मार्गों और निकटवर्ती कॉलोनियों में साफ-सफाई के लिए 'जागरूकता अभियान' चलाने का भी प्रस्ताव रखा।
उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और महिला यात्रियों की मांग को पूरा करने के लिए चुनिंदा स्टेशनों के सभी प्लेयटफार्मो पर पोर्टेबल जैव-शौचालय मुहैया कराए जाएंगे। विज्ञापन अधिकार, सीएसआर स्पांसरशिप आदि के जरिए शौचालय के रख-रखाव के लिए नए उपाय शुरू किए जाएंगे।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
उन्होंने ए-1 श्रेणी के प्रत्येक स्टेशनों पर चरणबद्ध आधार पर वेस्ट सेग्रीगेशन और रिसाइक्लिंग सेंटर की स्थापना करने का भी प्रस्ताव रखा। साथ ही अगले वित्त वर्ष तक 30,000 जैविक शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा गया है। रेल मंत्री ने चुनिंदा स्टेशनों, पहुंच मार्गों और निकटवर्ती कॉलोनियों में साफ-सफाई के लिए 'जागरूकता अभियान' चलाने का भी प्रस्ताव रखा।
उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और महिला यात्रियों की मांग को पूरा करने के लिए चुनिंदा स्टेशनों के सभी प्लेयटफार्मो पर पोर्टेबल जैव-शौचालय मुहैया कराए जाएंगे। विज्ञापन अधिकार, सीएसआर स्पांसरशिप आदि के जरिए शौचालय के रख-रखाव के लिए नए उपाय शुरू किए जाएंगे।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
रेल बजट 2016, भारतीय रेलवे, ट्रेनों में सफाई, सुरेश प्रभु, Rail Budget 2016, Indian Railway, Suresh Prabhu