विज्ञापन
This Article is From Sep 28, 2019

कोई है जो मुझे बचा लेता है...

Ravish Kumar
  • ब्लॉग,
  • Updated:
    सितंबर 28, 2019 23:36 pm IST
    • Published On सितंबर 28, 2019 23:36 pm IST
    • Last Updated On सितंबर 28, 2019 23:36 pm IST

कोई है जो मुझे बचा लेता है, किसी कहानी से भिड़ा देता है. एक बुजुर्ग ज़िंदगी के थपेड़ों से मुलायम होकर रैक के नीचे बैठे थे. नज़रें मिलीं और आगे बढ़ने ही वाला था कि ठहर गया. हाथ जोड़ा और नमस्कार किया फिर हाथ मिला लिया. जनाब उठ कर खड़े हो गए और पहले वाक्य में कहा, मैं भरत सिंह चौहान. चौहान राजपूत हूं. आठ पीढ़ी पीछे मेरे पुरखे शाहजहां की तरफ से लड़ते हुए मारे गए. उनका नाम अमरदास चौहान और भगवानदास चौहान था. औरंगज़ेब ने बूढ़े शाहजहां के ख़िलाफ़ बग़ावत कर दी थी. शाहजहां ने मारवाड़ के जसवंत सिंह से मदद मांगी. हमारे पुरखे उनकी सेना में ओहदेदार थे.

मैं एक दूसरे ही दौर में चला गया. कनॉट प्लेस के खादी भवन में लगा कि कहीं से शाहजहां ही चल कर न आ जाएं. इसके बाद कहानी आती है 1985 के साल पर. भरत सिंह चौहान को दिग्विजय सिंह ने टिकट दे दिया. पास में कुछ नहीं था तो लोगों ने चंदा दिया. चुनाव जीते और चंदे का बचा पैसा लोगों को लौटा दिया. मगर विधायक बनने के बाद लोग हर तरह के काम कराने का दबाव डालने लगे. भरत सिंह ने हाथ जोड़ लिया और कहा कि जो भी होगा ईमानदारी से करेंगे, बेईमानी से नहीं. बाद में राजनीति की बेईमानी से तंग आकर दोबारा चुनाव ही नहीं लड़े. मध्य प्रदेश के सीतामऊ से 1985-89 तक विधायक रहे.

उसके बाद की सारी चर्चा ईमानदारी को लेकर होती रही. उनकी पत्नी भी आ गईं. वो भी पूछने लगीं कि ईमानदारी से चलना इतना मुश्किल क्यों है. इलाक़े में लोग तरह तरह से परेशान करते हैं. दोनों का जीवन निहायत सादा ही था. टोकरी में बेहद ज़रूरी और सीमित और सोच समझ कर ख़रीदा गया सामान नज़र आ रहा था. बस उनका चेहरा खिल गया. गर्व से बताते रहे कि हमने बेईमानी नहीं की और उससे ख़ुश हैं.

कहानियों का स्वागत कीजिए. मालूम नहीं कि अगला घुड़सवार कौन है. भरत सिंह जी से मिलकर अच्छा लगा.

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति NDTV उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार NDTV के नहीं हैं, तथा NDTV उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Previous Article
ईरान पर कब हमला करेगा इजरायल, किस दबाव में हैं बेंजामिन नेतन्याहू
कोई है जो मुझे बचा लेता है...
ओपन बुक सिस्टम या ओपन शूज सिस्टम, हमारी परीक्षाएं किस तरह होनीं चाहिए?
Next Article
ओपन बुक सिस्टम या ओपन शूज सिस्टम, हमारी परीक्षाएं किस तरह होनीं चाहिए?
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com