
लगातार बढ़ती गर्मी और उमस से जूझ रहे लोगों को सोमवार शाम हुई झमाझम बारिश ने तो राहत दी, लेकिन यह राहत कई परिवारों के लिए जानलेवा साबित हुई. जिले में आई तेज आंधी और बारिश ने भारी तबाही मचाई, जिसमें अलग-अलग स्थानों पर दर्दनाक हादसों में सात लोगों की मौत हो गई.
बता दें कि ज्यादातर मौतें पेड़ गिरने से हुईं हैं जबकि एक व्यक्ति की जान छत से गिरने के कारण चली गई. ये सभी घटनाएं जिले के पूर्वी इलाकों में हुईं. जिसमें मृतक भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के बड़कागांव पांवड़िया टोला के सैफु मियां का पुत्र आशिक अली (32 वर्ष) बताया जा रहा है.
इधर, लकड़ी टोला माधोपुर निवासी विजय प्रसाद की 45 वर्षीया पत्नी चंद्रावती देवी पर घर के पीछे लगा आम का पेड़ गिर पड़ा, जिससे उसकी मौत मौके पर ही हो गई. लखनऊरा गांव में दीवार गिरने से दबने के कारण प्रभु मांझी की 52 वर्षीया पत्नी कलपती देवी की मौत हो गई. बसंतपुर थाना क्षेत्र के विशुनपुरा में बुजुर्ग महिला की पेड़ से दबने से मौत हो गई.
बसांव में भी पेड़ गिरने से एक अधेड़ की मौके पर ही मौत हो गई. मृतक बसाव बलुआ टोला के स्व रामजी सिंह का पुत्र नंदकिशोर सिंह (55) है. इसके अलावा जामो थाना क्षेत्र के बहादुरपुर बाजार के एक मजदूर की छत से गिरने से मौत हो गई. बताया जा रहा है कि बहादुरपुर बाजार के रहीम मियां का 30 पुत्र शाहिद अख्तर गांव में ही किसी के यहां मजदूरी कर रहा था. वह तेज आंधी की चपेट में आने से छत से नीचे गिर गया. इससे उसकी मौत हो गई.
जीबी नगर थाना क्षेत्र के सतवार गांव में आंधी में महुआ का पेड़ झोंपड़ी पर गिर पड़ा, जिससे झोंपड़ी में खाट पर बैठे अधेड़ श्रीराम प्रसाद (60 वर्ष) की मौत दबने से हो गई. प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं. जिले में प्रसाशन द्वारा लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है. (अभिषेक उपाध्याय की रिपोर्ट)
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