बिहार में अति पिछड़ा वर्ग आयोग के मुद्दे पर बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी और जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह में ठन गई है. इस मामले को लेकर सुशील मोदी की ओर से किए गए ट्वीट पर ललन ने मैदान में उतरते हुए बीजेपी सांसद पर छपास रोग से ग्रसित होने और सुप्रीम कोर्ट के आदेश को ठीक से नहीं पड़ने का आरोप लगाया है. दरअसल, सुशील मोदी ने ट्वीट किया था, "सुप्रीम कोर्ट ने अति पिछड़ा आयोग को डेडिकेटेड कमीशन बनाने पर रोक लगा दी है ।बीजेपी पहले से कह रही थी नया कमीशन बनाइए परंतु नीतीश कुमार अपनी ज़िद पर अड़े रहे।फिर एक बार नीतीश कुमार का अति पिछड़ा विरोधी चेहरा उजागर हो गया है. "
सुशील जी,
— Rajiv Ranjan (Lalan) Singh (@LalanSingh_1) November 30, 2022
आप छपास रोग से बुरी तरह ग्रसित हैं। माननीय सर्वोच्च न्यायालय का आदेश भी नहीं पढ़ते हैं। आदेश का कंडिका 4 पढ़ लें। माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अति पिछड़े वर्ग के आयोग के गठन पर रोक नहीं लगाई है बल्कि आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के समर्पित आयोग के गठन पर रोक लगाई है। pic.twitter.com/RZwxPhOzUv
बीजेपी सांसद मोदी के इस बयान पर ललन सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने जवाबी ट्वीट में लिखा, "सुशील जी..आप छपास रोग से बुरी तरह ग्रसित हैं. सुप्रीम कोर्ट का आदेश भी नहीं पढ़ते हैं. आदेश का कंडिका 4 पढ़ लें. सर्वोच्च न्यायालय ने अति पिछड़े वर्ग के आयोग के गठन पर रोक नहीं लगाई है बल्कि आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के समर्पित आयोग के गठन पर रोक लगाई है."
बता दें, बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन सरकार के गठन के बाद से बीजेपी और जेडीयू नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. नीतीश पहले बीजेपी के साथ बिहार में एनडीए सरकार का नेतृत्व कर रहे थे लेकिन अगस्त माह में उन्होंने बीजेपी के साथ गठजोड़ तोड़कर आरजेडी के साथ फिर हाथ मिला था. इस समय वे सात पार्टियों के समर्थन के साथ महागठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं.
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