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This Article is From Sep 20, 2019

महिला आयोग ने कहा, कोर्ट के आदेश के बावजूद मुजफ्फरपुर की पीड़ित लड़की को नहीं मिली सुरक्षा

राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम ने कहा है कि मुजफ्फरपुर में कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार की पीड़ित लड़की अदालत के आदेशों के बावजूद अब तक अपने परिवार से नहीं मिल पाई है.

महिला आयोग ने कहा, कोर्ट के आदेश के बावजूद मुजफ्फरपुर की पीड़ित लड़की को नहीं मिली सुरक्षा
प्रतीकात्मक तस्वीर.
नई दिल्ली:

राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम ने कहा है कि मुजफ्फरपुर में कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार की पीड़ित लड़की अदालत के आदेशों के बावजूद अब तक अपने परिवार से नहीं मिल पाई है और उसे कोई सुरक्षा भी नहीं दी गई है. बच्चियों के शोषण को लेकर सुर्खियों में आए मुजफ्फरपुर बालिका गृह में रही इस लड़की के साथ गत रविवार को चार लोगों ने पश्चिमी चंपारण जिले में कथित तौर पर दुष्कर्म किया था. महिला आयोग की टीम ने इस मामले में जांच के लिए एक समिति का गठन किया था. आयोग की टीम ने प्रथम दृष्टया यह पाया कि अदालत के आदेश के बावजूद लड़की अपने परिवार से नहीं मिल पाई है.  

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समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘लड़की को मुजफ्फरपुर बालिका गृह से मोकामा भेजा गया था. उसके पिता को आवेदन देना था कि वह अपनी बेटी को मोकामा से अपने गृहनगर बेतिया ले जाना चाहते हैं.' उसने यह भी कहा कि यह लड़की बालिग नहीं होने के बावजूद शादीशुदा है. आयोग की ओर से तैयार रिपोर्ट गृह मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय तथा दूसरे संबंधित मंत्रालयों को सौंपी गयी है. महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने पीड़िता और उनके परिवार से मुलाकात की. उन्होंने पटना के पुलिस अधीक्षक को निर्देश भी दिया कि लड़की को पूरी सुरक्षा में पुनर्वास केंद्र भेजा जाए. 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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