बिहार में कोसी नदी अपना रौद्र रूप दिखा रही है. नेपाल में हो रही भारी बारिश की वजह से बिहार में बाढ़ का संकट गहरा गया है. कोसी नदी में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिसकी वजह से बिहार में बाढ़ तबाही मच सकती है. कोसी बैराज में रात 12 बजे तक 1 लाख 54 हजार 15 क्यूसेज पानी दर्ज किया गया. बढ़ता जलस्तर इलाके के लोगों के लिए आफत बन सकता है.
कोसी बैराज से छोड़ा जा सकता है इतना क्यूसेक पानी?
कोसी नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए कोसी बैराज से आज दोपहर 12 बजे 6 लाख 81 हजार 639 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा सकता है. इतनी बड़ी तादात में पानी छोड़े जाने से पूर्व और पश्चिमी कोसी तटबंध के बीच बसे लोगों को बाढ़ और कटाव का सामना करना पड़ सकता है. कोसी का पानी अगर इन इलाकों तक पहुंच गया तो इससे बिहार में काफी तबाही मच सकती है.
इन जिलों में आफत बन सकता है कोसी का पानी
इससे सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, दरभंगा, मधुबनी, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार जिले के कोसी दियारा में बसे लोगों के लिए आज का दिन आफत भरा साबित हो सकता है. राज्य सरकार ने इन सभी जिले के डीएम को हाई अलर्ट जारी कर दिया है.
कई जिलों में अलर्ट, अधिकारियों की छुट्टियां रद्द
कोसी नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बिहार के सपौल समेत कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. अधिकारियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं.कोसी में पानी बढ़ने की वजह से शुक्रवार को बैराज के 19 फाटक खोल दिए गए हैं.
टूट सकता है 56 सालों का रिकॉर्ड
जानकारी के मुताबिक कोसी नदी का जलस्तर 56 साल का रिकॉर्ड तोड़ सकता है. इतने सालों में पहली बार नदी का डिस्चार्ज 6 लाख 81 हजार क्सूसेक तक पहुंच सकता है. 56 सालों में इना पानी आज तक नहीं छोड़ा गया है. इसीलिए लोगों से सावधान रहने की अपील की है.
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