सुशील मोदी की फाइल तस्वीर
पटना: बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार विधानसभा के अंतिम चरण के चुनाव में वोटों के ध्रुवीकरण के उद्देश्य से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उनकी तीन साल पूर्व की पाकिस्तान यात्रा पर सवाल उठाते हुए पूछा कि यात्रा का मकसद क्या था।
सुशील मोदी ने रविवार को ट्वीट कर नीतीश की पाकिस्तान यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो देश भारत पर आतंकी हमले करता रहा और परमाणु हथियार की धमकी देता है तथा उसकी सीमा न बिहार से लगती है एवं न ही इस राज्य से पाकिस्तान का कोई व्यापारिक संबंध है तथा वहां से कोई निवेशक भी बिहार आने वाला नहीं है, ऐसे में नीतीश ने मुख्यमंत्री की हैसियत से उस देश की यात्रा क्यों की।
दिलचस्प बात यह है कि राज्य में एनडीए शासन काल के दौरान नीतीश ने पाकिस्तान की यात्रा की थी। उस समय सुशील मोदी उपमुख्यमंत्री थे। सुशील मोदी ने कहा कि इस यात्रा का मकसद किसको संदेश देना था। बिहार बुद्ध की भूमि है। नीतीश ने जापान, थाईलैंड, म्यांमार, श्रीलंका आदि जैसे बौद्ध देशों की यात्रा क्यों नहीं की जो हमेशा बिहार की मदद करते रहे हैं।
सुशील मोदी ने कहा कि दो सांसदों वाले जेडीयू के नेता नीतीश कुमार आरक्षण पर बहस के लिए 282 सांसदों के नेता व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देने से पहले बिहार विधान मंडल के दोनों सदनों में प्रतिपक्ष के नेता से ही बहस कर लें।