नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार (फाइल फोटो)।
पटना:
कोटा मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हमले पर शुक्रवार को पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन पर लोगों को बांटने वाली भाषा का धड़ल्ले से इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि वह बिहार में हारती लड़ाई को जीतने के अपने दुस्साहस से भारत को खो सकते हैं।
मोदी की विभाजनकारी भाषा चकित करने वाली
नीतीश ने एक ट्वीट में कहा, ‘मोदीजी के विभाजनकारी भाषा के धड़ल्ले से इस्तेमाल से चकित हूं। बिहार में हारती लड़ाई को जीतने के उनके दुस्साहस से मुझे डर है कि वह भारत को खो देंगे।’ हालांकि, कुमार ने विस्तार से नहीं कहा, पर उनकी प्रतिक्रिया मोदी की दो रैलियों में उन पर किए गए हमले के बाद आई है जिनमें प्रधानमंत्री ने कहा था कि जदयू नेता ने 24 अगस्त 2005 को संसद में अपने एक भाषण में एक खास समुदाय को कोटा देने के बारे में कहा था।
मोदी ने शुक्रवार को गोपालगंज में एक चुनाव रैली में कहा, ‘नीतीश ने 24 अगस्त 2005 को ही अपने इरादे साफ कर दिए थे। लेकिन वे उस वक्त अपना आपा खो बैठे जब मैंने आरोप लगाया कि वे एससी-एसटी-ओबीसी और ईबीसी को मिले आरक्षण में से पांच फीसदी कोटा छीनना चाहते हैं तथा उसे एक खास समुदाय को देना चाहते हैं।’
मोदी की विभाजनकारी भाषा चकित करने वाली
नीतीश ने एक ट्वीट में कहा, ‘मोदीजी के विभाजनकारी भाषा के धड़ल्ले से इस्तेमाल से चकित हूं। बिहार में हारती लड़ाई को जीतने के उनके दुस्साहस से मुझे डर है कि वह भारत को खो देंगे।’ हालांकि, कुमार ने विस्तार से नहीं कहा, पर उनकी प्रतिक्रिया मोदी की दो रैलियों में उन पर किए गए हमले के बाद आई है जिनमें प्रधानमंत्री ने कहा था कि जदयू नेता ने 24 अगस्त 2005 को संसद में अपने एक भाषण में एक खास समुदाय को कोटा देने के बारे में कहा था।
मोदी ने शुक्रवार को गोपालगंज में एक चुनाव रैली में कहा, ‘नीतीश ने 24 अगस्त 2005 को ही अपने इरादे साफ कर दिए थे। लेकिन वे उस वक्त अपना आपा खो बैठे जब मैंने आरोप लगाया कि वे एससी-एसटी-ओबीसी और ईबीसी को मिले आरक्षण में से पांच फीसदी कोटा छीनना चाहते हैं तथा उसे एक खास समुदाय को देना चाहते हैं।’
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