लालू-नीतीश-राहुल गांधी में आपसी अविश्वास, साथ नहीं रह सकते : पीएम मोदी

लालू-नीतीश-राहुल गांधी में आपसी अविश्वास, साथ नहीं रह सकते : पीएम मोदी

दरभंगा:

बिहार में पांचवें चरण के मतदान से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मिथिलांचल क्षेत्र में मतदाताओं को महागठबंधन के नेताओं के प्रति आगाह किया। उन्होंने कहा कि जब लालू यादव, नीतीश कुमार और राहुल गांधी एक मंच, एक कार्यक्रम में साथ नहीं आ सकते, तो वे एक-दूसरे के प्रति अविश्वास के कारण चुनाव के बाद एक साथ कैसे आ सकते हैं।

साथ ही पीएम ने बिहार के विकास के लिए बीजेपी नीत एनडीए को दो-तिहाई बहुमत देने की अपील की। मोदी ने दरभंगा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश जी, लालू जी के कार्यकर्ताओं में भिडंत होने की खबरें आ रही हैं। मतदान पूरा हुआ नहीं कि यह शुरू हो गया। आगे क्या होगा आप खुद ही सोच सकते हैं।

उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए दो महीने से प्रचार चल रहा है लेकिन नीतीश, लालू, राहुल कभी एक मंच पर साथ नहीं आए, पत्रकार सम्मेलन में साथ नहीं आए, कार्यकर्ता सम्मेलन में साथ नहीं आए। ये तीन लोग चुनाव में अब तक साथ नहीं आए। 'तो नतीजे सामने आने के बाद साथ कैसे चल पाएंगे। एक-दूसरे के प्रति अविश्वास के कारण साथ नहीं चल सकते। बिहार के लोगों को यह समझना चाहिए।'

लालू यादव को बेटे में दिख रही है मुख्यमंत्री पद की संभावना
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें एक विश्वस्त सूत्र से पता चला है कि लालू जी से जब उनके दल के एक नेता ने पूछा कि क्या आरजेडी से कोई मुख्यमंत्री नहीं बन सकता तब लालू जी को अपने पुत्र में संभावना दिखने लगी।

मोदी ने कहा कि लेकिन महागठबंधन तो चुनाव हार चुका है और इनके हारने के बाद विपक्ष का नेता कौन होगा अब यह सवाल है। लालूजी से जब उनके एक दल के नेता ने इस बारे में पूछा कि तब उन्होंने कहा कि हमने नीतीश जी को मुख्यमंत्री पद के लिए समर्थन दिया है, विपक्ष के नेता पद के लिए नहीं। बिहार की जनता को जवाब दें कि विपक्ष का नेता कौन होगा।

प्रधानमंत्री ने दरभंगा मोड्यूल शब्दावली का जिक्र किया और महागठबंधन पर आतंक पर कथित तौर पर कृपादृष्टि रखने वालों का संरक्षण करने का आरोप लगाया।

विकास के मुद्दे से नहीं हटना चाहते थे, नीतीश-लालू के झूठ ने मजबूर किया
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह बिहार चुनाव में विकास के मुद्दे से नहीं हटना चाहते थे, लेकिन आरक्षण पर लालू, नीतीश के महागठबंधन द्वारा बीजेपी के बारे में झूठ फैलाने के कारण उन्हें जवाब देने को मजबूर होना पड़ा। अब कुर्सी के लिए दलितों, पिछड़ों, अति पिछड़ों का आरक्षण छीनकर सम्प्रदाय के आधार पर देने की बात करने वाले दोनों नेताओं को जवाब नहीं सूझ रहा है।

मोदी ने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हम कभी भी चुनाव में विकास के मुद्दे से हटना नहीं चाहते थे, आज भी हम विकास के मुद्दे पर ही वोट मांग रहे हैं। 'हमें विकास के मुद्दे पर वोट दीजिए। हमें वोट नहीं देना है तो मत दीजिए, लेकिन वोट विकास के मुद्दे पर ही दें। यह कहने की हिम्मत मुझमे हैं। क्या नीतीश बाबू, लालू जी ऐसा कह सकते हैं।'

उन्होंने कहा, 'अभी तक हमने देखा कि हमारे देश के राजनीतिक दल किस प्रकार से जाति या साम्प्रदायिकता का खेल खेलकर चुनाव लड़ते रहे हैं। लेकिन विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ने की उनकी हिम्मत नहीं हुई।' मोदी ने हालांकि इन चुनावों में पिछले कुछ दिनों से महागठबंधन पर आरोप लगाया है कि वह दलितों, पिछड़ों और अति पिछड़ों के आरक्षण में से पांच फीसदी निकालकर एक सम्प्रदाय विशेष को देने की साजिश रच रहा है। उन्होंने कहा, 'जब हमने विकास की बात की तो वे जवाब नहीं दे पाए। इन्हें कुर्सी की चिंता है, दलितों, पिछड़ों अति पिछड़ों की नहीं।

तिलमिला गए हैं लालू-नीतीश
पीएम मोदी ने कहा कि वह विकास के मुद्दे से हटना नहीं चाहते थे, लेकिन जब आरक्षण के मुद्दे पर झूठ बोला जाने लगा तब मुझे बोलना पड़ा। अब पिछले एक हफ्ते से लालू, नीतीश से कुछ कहते नहीं बन रहा है, तिलमिला रहे हैं।

मोदी ने कहा कि ये लोग बाबा साहब अंबेडकर के आरक्षण के बारे में झूठ फैला रहे हैं और हमारे ऊपर आरोप लगा रहे हैं। जब मैंने बताया कि आरक्षण के बारे ये कैसे खेल खेल रहे हैं, तो तिलमिला गए हैं। अंबेडकर, नेहरू, सरदार पटेल, राजेन्द्र प्रसाद ने धर्म के आधार पर आरक्षण का कभी पक्ष नहीं लिया था।

उन्होंने कहा कि नीतीश बाबू, लालू जी ने कहा था कि आरक्षण की समीक्षा हो, आरक्षण में बदलाव हो। दोनों ने दलितों के आरक्षण, पिछड़ों के आरक्षण, अति पिछड़ों के आरक्षण में से पांच प्रतिशत निकालकर धर्म के आधार पर देने की बात कही थी। जब यह बात सामने रखी तो अब दोनों से जवाब देते नहीं बन रहा है।

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प्रधानमंत्री ने नीतीश और लालू को चुनौती देते हुए कहा, 'हिम्मत है तो जवाब दो, हमारे पास सबूत है।' उन्होंने कहा कि हमने आरक्षण पर लालू जी, नीतीश बाबू के झूठ के गुब्बारे की हवा निकाल दी है। अब वे जनता को जवाब दें।