बंद के दौरान सड़क पर जमा बीजेपी और विहिप के कार्यकर्ता।
बेंगलुरू:
बीजेपी कार्यकर्ता राजू की हत्या के विरिध में बुलाये गए मैसूर बन्द के दौरान कई दुकानों में बंद समर्थकों ने तोड़फोड़ की। एक ऑटो को आग लगादी और 3 बसों को नुकसान पहुंचाया।
मैसूर के पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने जानकारी दी कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए इस हत्याकांड की जांच सेंट्रल क्राइम ब्रांच को सौंप दी गयी है।
वहीं मैसूर की डिप्टी कमिश्नर सी सिक्का का कहना है कि की मृतक के परिवार को मुआवज़ा देने की रकम तय करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। साथ ही साथ उन्होंने ये भी बताया कि विवादास्पद जगह पर दोनों पक्षों के दावों को सुलझाने के लिए पहले ही समिति बनाई गयी थी। वो कानून के दायरे में रहते हुए रास्ता निकालेगी जो कि दोनों पक्षों की रज़ामंदी से होगा और इस सिलसिले में जल्द ही एक बैठक बुलाई जाएगी।
उदयगिरि इलाके में मस्जिद की जगह और इस मंदिर की वजह से पहले भी सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। 2009 में हुए हिंसा में 7 लोग मारे गए थे।
दरअसल, रविवार शाम बीजेपी कार्यकर्ता राजू की हत्या मैसूर में कर दी गई थी। राजू अपने साथियों के साथ चाय पी रहा था तभी एक शख्स ने धारदार हथियार से उस पर हमला किया। उसे फ़ौरन अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष प्रल्हाद जोशी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा कि हाल ही में राजू ने गणपति मंदिर की स्थापना की थी, जिसकी वजह से वह कई लोगों के निशाने पर था और यही उसकी हत्या की वजह है। दूसरी ओर, मैसूर के पुलिस कमिश्नर बी. दयानन्द ने मीडिया को बताया कि हत्या के सिलसिले में 4 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। राजू का नाम 2009 में मैसूर में हुए सांप्रदायिक दंगों में भी सामने आया था।
मैसूर के पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने जानकारी दी कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए इस हत्याकांड की जांच सेंट्रल क्राइम ब्रांच को सौंप दी गयी है।
वहीं मैसूर की डिप्टी कमिश्नर सी सिक्का का कहना है कि की मृतक के परिवार को मुआवज़ा देने की रकम तय करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। साथ ही साथ उन्होंने ये भी बताया कि विवादास्पद जगह पर दोनों पक्षों के दावों को सुलझाने के लिए पहले ही समिति बनाई गयी थी। वो कानून के दायरे में रहते हुए रास्ता निकालेगी जो कि दोनों पक्षों की रज़ामंदी से होगा और इस सिलसिले में जल्द ही एक बैठक बुलाई जाएगी।
उदयगिरि इलाके में मस्जिद की जगह और इस मंदिर की वजह से पहले भी सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। 2009 में हुए हिंसा में 7 लोग मारे गए थे।
दरअसल, रविवार शाम बीजेपी कार्यकर्ता राजू की हत्या मैसूर में कर दी गई थी। राजू अपने साथियों के साथ चाय पी रहा था तभी एक शख्स ने धारदार हथियार से उस पर हमला किया। उसे फ़ौरन अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष प्रल्हाद जोशी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा कि हाल ही में राजू ने गणपति मंदिर की स्थापना की थी, जिसकी वजह से वह कई लोगों के निशाने पर था और यही उसकी हत्या की वजह है। दूसरी ओर, मैसूर के पुलिस कमिश्नर बी. दयानन्द ने मीडिया को बताया कि हत्या के सिलसिले में 4 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। राजू का नाम 2009 में मैसूर में हुए सांप्रदायिक दंगों में भी सामने आया था।