Astrology: कुंडली के सातवें भाव में राहु की स्थिति को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. इस भाव से वैवाहिक जीवन के साथ ही पार्टनर के साथ आपका रिश्ता कैसा रहेगा, इसकी जानकारी मिलती है. राहु अगर अशुभ हैं तो जातक को मानसिक तनाव के साथ ही आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ सकता है. ससुराल से भी रिश्ते खराब हो सकते हैं. ये जातक स्वतंत्र रहना पसंद करते हैं. कुल मिलाकर इस भाव में राहु के ज्यादातर अशुभ परिणाम ही देखने को मिलते हैं. हालांकि, व्यक्ति को घूमना-फिरना अच्छा लगता है.
राहु के सकारात्मक प्रभाव
राहु के सकारात्मक प्रभाव की बात करें तो जातक की आर्थिक स्थिति बेहतर होती है. व्यक्ति को भाग्य का साथ मिलता है. सेहत के मामले में भी स्थिति अच्छी रहती है. किसी बड़ी स्वास्थ्य समस्या का सामना नहीं करना पड़ता.
राहु के नकारात्मक प्रभाव
राहु के नकारात्मक प्रभाव की बात करें, तो व्यक्ति में क्रोध की अधिकता देखने को मिल सकती है. जातक उग्र या घमंडी भी हो सकता है. राहु के कारण रिश्तों में विवाद और भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. कई बार अच्छा काम करने के बावजूद आपको बुराई झेलनी पड़ सकती है. इतना ही नहीं खराब लोगों के साथ भी आपकी संगति हो सकती है. आप दूसरों को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं.
वैवाहिक जीवन पर प्रभाव
सातवें भाव में राहु की स्थिति की बात करें तो इसे वैवाहिक भाव के लिए अच्छा नहीं माना जाता. इस भाव में राहु दांपत्य जीवन में एक-दूसरे के बीच अहंकार की भावना उत्पन्न कर सकते हैं. इस स्थिति से बचने के लिए आपको एक-दूसरे के साथ सामंजस्य बनाए रखने की जरूरत होती है. राहु के प्रभाव से विवाह समय से पहले हो सकता है या फिर इसमें काफी विलंब हो सकता है. वैसे जीवनसाथी काफी अच्छा होता है. अगर आप आपस में सामंजस्य बनाकर रखेंगे, तो आपसी संबंध भी मधुर होंगे.
करियर पर प्रभाव
राहु के करियर पर प्रभाव की बात करें, तो आर्थिक रूप से थोड़ी परेशानी तो होगी, लेकिन नौकरीपेशा लोगों का काम अच्छा चलेगा. बिजनेस में भी कोई परेशानी नहीं होगी. बिजनेस का विस्तार होगा. जीवनसाथी के साथ साझेदारी के व्यापार में लाभ होगा. जातक को विवाह के बाद धन की प्राप्ति हो सकती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)