मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 : ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस में काफी एकता है.
भोपाल:
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Elections) होने में अब काफी कम समय बचा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने यह संकेत दिया है कि पार्टी में इस समय काफी एकता है और राज्य में कांग्रेस की जीत की संभावना है. उनसे यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस ने साल 2013 में शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan ) सरकार को हराने का मौका क्यों खो दिया था और इस बार इतना अलग क्या है. इस पर सिंधिया ने कहा, 'पार्टी में इस समय पूरी एकता है. सभी स्तर के नेताओं और लोगों को पता है यह एक 'करो या मरो' की स्थिति है.' उन्होंने कहा कि साल 2013 में कांग्रेस की हार की प्रमुख वजहों में से एक पार्टी में विभाजन की स्थिति थी.
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इस महीने की शुरुआत में मतदाताओं की सूची जारी करने के दौरान एक बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच साफ-साफ मतभेद दिखे थे. इस संबंध में सूत्रों ने बताया कि मतभेद के बाद दोनों नेता बैठक से बाहर चले गए थे, जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इस मुद्दे को हल करने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन करना पड़ा. लेकिन सिंधिया ने इस आरोपों को सिरे से नकार दिया और कहा कि पार्टी की एकता तोड़ने के लिए यह बीजेपी की साजिश है.
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मध्य प्रदेश की 230 सीटों पर 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव होना है. राज्य में कांग्रेस पिछले 15 सालों से सत्ता से बाहर है. कांग्रेस ने सत्ता पर काबिज शिवराज सिंह चौहान पर जमकर हमला बोला और कहा कि यह सरकार यहां हर मोर्चे पर विफल रही है. बाते चाहे युवाओं को नौकरी देने की हो, किसानों की हो या कानून व्यवस्था काबिज करने में.
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मध्य प्रदेश में साल 2013 में कांग्रेस की बड़ी हार हुई थी. पार्टी 71 सीटों से घटकर 58 सीटों पर पहुंच गई थी और यह 2014 के लोकसभा चुनावों में भी जारी रहै. लेकिन पिछले साल हुए नगरपालिका चुनावों के नतीजों ने कांग्रेस के लिए संजीवनी का काम किया है.
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