नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि 'गधे' वाली बात उन्होने मज़ाक में कही थी. NDTV के साथ बातचीत में उन्होने कहा कि 'होली आ रही है, इसे गंभीरता से नहीं लेना चाहिए'.
अखिलेश ने कहा कि, 'आपने (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) हमारी सड़कों, मेट्रो का मज़ाक उड़ाया, हमने कुछ बोला आपको? आपने कहा थानों में समाजवादी लोग हैं तो क्या आपने पुलिस को लेकर कहा कि पुलिस समाजवादी पार्टी वालों की हो गई. हमने तो सिर्फ एक विज्ञापन के लिए कह दिया और आप इतना बुरा मान गए. होली है... यहां उत्तर प्रदेश में होली ऐसे ही मनाई जाती है. अगर होली पर भी कोई बुरा मान जाएगा तो बताओ वो देश का प्रधानमंत्री कैसे बन सकता है. और हमारी तरफ जितना करीब जाओगे, यहां तो लट्ठमार होली भी होती है. होली के समय उन्हें बुरा नहीं मानना चाहिए था. उन्हें कम से कम अपने काम जनता को बताने चाहिए'.
दरअसल, सीएम अखिलेश यादव ने बीते 20 फरवरी को रायबरेली में हुई एक रैली में कहा था कि उन्होंने अभिनेता अमिताभ बच्चन से अपील करते हुए कहा कि 'हम सदी के महानायक से गुजारिश करते हैं कि वे गुजरात के गधों का प्रचार करना बंद करें.' उन्होंने आगे कहा कि 'अगर गधों का प्रचार होने लगेगा तो कैसे चलेगा. गुजरात के लोग तो वहां के गधों का भी प्रचार करवा रहे हैं. गधे का भी कहीं प्रचार कराया जाता है.' बता दें कि अमिताभ बच्चन गुजरात पर्यटन के ब्रांड एंबेसडर हैं और उसी संबंध में अखिलेश यादव यह सब कुछ कह गए.
उल्लेखनीय है कि वे इससे पहले पीएम मोदी द्वारा इससे पूर्व कही गई उस बात पर पलटवार कर रहे थे जब उन्होंने सपा पर यूपी में धर्म के नाम पर भेदभाव करने का आरोप लगाया था. अखिलेश ने कहा था कि गुजरात वाले टीवी पर गधों का प्रचार कराते हैं और यूपी में आकर श्मशान और कब्रिस्तान की बात करते हैं.
गौरतलब है कि गुजरात में wild ass यानि जंगली गधों की सैंक्चुरी है और क्योंकि बच्चन गुजरात पर्यटन के ब्रांड एंबेसडर हैं, इसलिए वह इस जगह का भी प्रचार करते हैं. अखिलेश ने इसी बात को लेकर यह तंज कसा था कि अमिताभ बच्चन गुजरात के गधों का प्रचार करना बंद करें. हालांकि उनकी इस लाइन का और व्यापक अर्थ भी निकाला जा सकता है.
अखिलेश ने कहा कि, 'आपने (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) हमारी सड़कों, मेट्रो का मज़ाक उड़ाया, हमने कुछ बोला आपको? आपने कहा थानों में समाजवादी लोग हैं तो क्या आपने पुलिस को लेकर कहा कि पुलिस समाजवादी पार्टी वालों की हो गई. हमने तो सिर्फ एक विज्ञापन के लिए कह दिया और आप इतना बुरा मान गए. होली है... यहां उत्तर प्रदेश में होली ऐसे ही मनाई जाती है. अगर होली पर भी कोई बुरा मान जाएगा तो बताओ वो देश का प्रधानमंत्री कैसे बन सकता है. और हमारी तरफ जितना करीब जाओगे, यहां तो लट्ठमार होली भी होती है. होली के समय उन्हें बुरा नहीं मानना चाहिए था. उन्हें कम से कम अपने काम जनता को बताने चाहिए'.
दरअसल, सीएम अखिलेश यादव ने बीते 20 फरवरी को रायबरेली में हुई एक रैली में कहा था कि उन्होंने अभिनेता अमिताभ बच्चन से अपील करते हुए कहा कि 'हम सदी के महानायक से गुजारिश करते हैं कि वे गुजरात के गधों का प्रचार करना बंद करें.' उन्होंने आगे कहा कि 'अगर गधों का प्रचार होने लगेगा तो कैसे चलेगा. गुजरात के लोग तो वहां के गधों का भी प्रचार करवा रहे हैं. गधे का भी कहीं प्रचार कराया जाता है.' बता दें कि अमिताभ बच्चन गुजरात पर्यटन के ब्रांड एंबेसडर हैं और उसी संबंध में अखिलेश यादव यह सब कुछ कह गए.
उल्लेखनीय है कि वे इससे पहले पीएम मोदी द्वारा इससे पूर्व कही गई उस बात पर पलटवार कर रहे थे जब उन्होंने सपा पर यूपी में धर्म के नाम पर भेदभाव करने का आरोप लगाया था. अखिलेश ने कहा था कि गुजरात वाले टीवी पर गधों का प्रचार कराते हैं और यूपी में आकर श्मशान और कब्रिस्तान की बात करते हैं.
गौरतलब है कि गुजरात में wild ass यानि जंगली गधों की सैंक्चुरी है और क्योंकि बच्चन गुजरात पर्यटन के ब्रांड एंबेसडर हैं, इसलिए वह इस जगह का भी प्रचार करते हैं. अखिलेश ने इसी बात को लेकर यह तंज कसा था कि अमिताभ बच्चन गुजरात के गधों का प्रचार करना बंद करें. हालांकि उनकी इस लाइन का और व्यापक अर्थ भी निकाला जा सकता है.
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