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This Article is From Jan 27, 2017

यूपी चुनाव 2017 : अखिलेश यादव के साथ रविवार को एक मंच से नारा जारी करेंगे राहुल गांधी

यूपी चुनाव 2017 : अखिलेश यादव के साथ रविवार को एक मंच से नारा जारी करेंगे राहुल गांधी
यूपी चुनाव 2017 : रविवार को लखनऊ में राहुल गांधी व अखिलेश यादव एक साथ पत्रकारों को संबोधित करेंगे
लखनऊ: लखनऊ में रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, उनकी सांसद पत्नी डिंपल यादव तथा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाधी एक साथ पत्रकारों को संबोधित करेंगे. राहुल की छोटी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के प्रयासों से दोनों पार्टियों के बीच हुए चुनावी गठबंधन के बाद रविवार को होने वाली यह संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस इन नेताओं के सार्वजनिक रूप से एक साथ दिखने का पहला मौका होगा.

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 के लिए प्रचार करने के दौरान 43-वर्षीय समाजवादी पार्टी नेता व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा 46-वर्षीय राहुल गांधी द्वारा चुनावी रैलियों को भी मिलकर संबोधित करने की संभावना है, ताकि वे अपने प्रतिद्वंद्वियों भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) तथा पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) से टक्कर ले सकें.

कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने बताया है कि संयुक्त प्रचार सामग्री के लिए टैगलाइन (नारे) को भी अंतिम रूप दे दिया गया है, जो है - "यूपी को यह साथ पसंद है..." हालांकि दो दिन पहले कांग्रेस ने कहा था कि उन्होंने तय किया है कि टैगलाइन रहेगी - "अपने लड़के, मोदी बाहरी..." शुक्रवार को पार्टी सूत्रों ने कहा है कि 'वह कुछ थीमों में से एक था...', लेकिन ऐसी भी ख़बरें हैं कि अखिलेश यादव को वह नारा इसलिए भी पसंद नहीं आया था, क्योंकि उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधी टक्कर पर ज़ोर दिया गया था. वैसे भी, चूंकि प्रधानमंत्री संसद में उत्तर प्रदेश के प्राचीन तथा पवित्र कहे जाने वाले शहर वाराणसी का ही प्रतिनिधित्व करते हैं, सो, 'बाहरी' होने का आरोप लोगों के गले उतारना आसान नहीं होगा.

पिछले सप्ताहांत तक कांग्रेस और समाजवादी पार्टी कहती रही थीं कि दोनों के बीच गठबंधन होना मुश्किल है, क्योंकि लड़ी जाने वाली सीटों को लेकर दोनों पार्टियों में सहमति नहीं बन पा रही थी, लेकिन इसके बाद प्रियंका गांधी वाड्रा के दखल से अंततः समाजवादी पार्टी 298 तथा कांग्रेस 105 सीटों पर लड़ने के लिए सहमत हो गईं, और गठबंधन की घोषणा कर दी गई थी.

हालांकि कांग्रेस गांदी परिवार का गढ़ मानी जाने वाली रायबरेली और अमेठी की 10 सीटों पर दावेदारी कर रही है. इन दोनों जिलों की 10 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से इस वक्त आठ पर समाजवादी पार्टी और दो पर कांग्रेस का कब्ज़ा है. मोटे तौर पर दोनों ही पार्टियों के बीच पांच-पांच सीटों पर लड़ने के लिए सहमति बनी है, लेकिन अमेठी सीट को लेकर दोनों पक्ष अब भी अड़े हुए हैं. इस सीट पर वर्ष 2012 में सपा के मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति जीते थे, और इस बार भी पार्टी उन्हें ही प्रत्याशी बनाना चाह रही है, जबकि कांग्रेस अमेठी के राजा संजय सिंह की पत्नी अमिता सिंह को टिकट देने पर अड़ी है.

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