यह ख़बर 18 फ़रवरी, 2012 को प्रकाशित हुई थी

उप्र चुनाव : चौथे दौर में हुआ 57 फीसदी मतदान

खास बातें

  • उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के महासमर के चौथे चरण में राजधानी लखनऊ समेत 11 जिलों की 56 सीटों पर शाम पांच बजे मतदान समाप्त हो गया।
लखनऊ:

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए चौथे चरण का मतदान रविवार शाम पांच बजे कड़ी सुरक्षा के बीच सम्पन्न हो गया। इस तरह कुल 967 प्रत्याशियों की किस्मत इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कैद हो गई। चौथे चरण में राजधानी लखनऊ सहित 11 जिलों की 56 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ।

इस चरण में जिन जिलों में मतदान हुआ, उनमें हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, फरु खाबाद, कन्नौज, बांदा, चित्रकूट, छत्रपतिशाहूजी महाराज नगर, फतेहपुर और प्रतापगढ़ शामिल हैं।

राज्य निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक शाम चार बजे तक करीब 57 फीसदी मतदान हुआ। शाम पांच बजे तक के मतदान का सही आंकड़ा शाम सात बजे के आस-पास पता चलेगा क्योंकि जो लोग शाम पांच बजे तक मतदान केंद्र पहुंचे हैं उनका मतदान अभी कराया जा रहा है।

सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लोगों का उत्साह और जोश को देखते हुए बीते तीन चरणों की तरह मतदान प्रतिशत 60 फीसदी से अधिक या उसके आस-पास रहने की उम्मीद जताई जा रही है।

छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान वाले जिलों से अभी तक हिंसा या किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं मिली है।

रायबरेली सदर विधानसभा क्षेत्र के मुंशीगंज मतदान केंद्र पर मतदाता पर्ची के लिए हुए हंगामे को शांत करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया, जिसमें कुछ लोगों को चोट आई।

उधर, लखनऊ के आलमबाग स्थित मतदान केंद्र पर तैनात पीठासीन अधिकारी रज्जन लाल (55) का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। सहायक अध्यापक रज्जन लाल की जनता इंटर कॉलेज में ड्यूटी लगी थी।

वहीं चित्रकूट में जनसेवा इंटर कॉलेज स्थित मतदान केंद्र पर मतदाता सूची में नाम न होने के कारण लोगों ने हंगामा किया।

इस चरण में करीब 1.74 करोड़ मतदाताओं को 91 महिला उम्मीदवारों सहित कुल 967 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करना था। मतदाताओं में 95.83 लाख पुरुष और 78.30 लाख महिलाएं थीं। मतदान के लिए 29 हजार से अधिक ईवीएम का इस्तेमाल किया गया। इस चरण में कुल 18,610 मतदान केंद्र बनाए गए थे।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सम्पन्न कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। मतदान केंद्रों पर केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी), पुलिस और होमगार्ड के एक लाख से अधिक जवान तैनात किए गए थे।