
दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ की सरकारों का भविष्य रविवार को तय हो जाएगा। चारों राज्यों के विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना रविवार सुबह से शुरू होगी। इन चुनावों को अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। मिजोरम में भी विधानसभा चुनाव हुए हैं, लेकिन वहां मतगणना 9 दिसंबर को होगी।
दिल्ली में 65 प्रतिशत से ऊपर, मिजोरम में 81, राजस्थान में 74, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ में 70 फीसदी से ऊपर मतदान हुआ था। भाजपा के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने चारों राज्यों में अपनी पार्टी के लिए प्रचार किया, जबकि कांग्रेस की ओर से प्रचार की कमान राहुल गांधी ने संभाली थी।
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है, जबकि दिल्ली में त्रिकोणीय मुकाबला है। नवगठित आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली में मुकाबला दिलचस्प कर दिया। 'आप' ने कांग्रेस और भाजपा दोनों की ही गणना को प्रभावित किया। यहां कुल 810 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होना है। रविवार को मतगणना में मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री के उम्मीदवार हर्षवर्धन और 'आप' के अरविंद केजरीवाल के साथ तीनों पार्टियों के कई नेताओं की किस्मत का फैसला होगा।
राजस्थान में 14वीं विधानसभा के गठन के लिए 200 में से 199 सीटों के लिए 1 दिसम्बर को हुए ऐतिहासिक 75.20 फीसदी मतदान से प्रदेश की सत्ताधारी कांग्रेस और प्रमुख विपक्षी भाजपा की किस्मत का फैसला होगा। प्रदेश के 33 जिला मुख्यालयों पर मतगणना प्रात: आठ बजे से कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच शुरू होगी और चुनाव नतीजे मध्याह्न तक मिल जाने की उम्मीद है। प्रदेश की चूरू विधानसभा सीट से बसपा के उम्मीदवार के निधन के कारण मतदान 13 दिसंबर को होगा।
चुनाव नतीजों में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए घोषित वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ चन्द्रभान तथा अशोक गहलोत मंत्रिमंडल के 25 सदस्यों के राजनीतिक भाग्य का फैसला होगा।
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतगणना 51 जिला मुख्यालयों पर प्रात: 8 बजे से निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षकों की उपस्थिति में होगी। डाक मतपत्रों की गिनती का कार्य भी संबंधित प्रेक्षकों की निगरानी में किया जाएगा। गणना हाल के भीतर मीडिया द्वारा कोई फोटोग्राफ अथवा वीडियो लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। केवल आधिकारिक रूप से संपूर्ण गणना प्रक्रिया की रिकार्डिग की अनुमति होगी। मतगणना हाल में रिटर्निग आफिसर और आयोग के प्रेक्षकों को छोड़कर किसी को भी मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ में मतगणना के लिए व्यापक तैयारी की गई है। राज्य के संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डीडी सिंह ने बताया कि रविवार को सुबह आठ बजे राज्य के सभी 27 जिला मुख्यालयों में मतगणना प्रारंभ होगी। राज्य की 90 विधानसभा सीटों के लिए होने वाली मतगणना के लिए 1375 टेबल लगाए गए हैं, जिनमें 1375 मतगणना सुपरवाईजर, 1375 गणना सहायक और 90 सामान्य पर्यवेक्षक कार्य करेंगे।
मतगणना में मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों, विधानसभा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक, विधानसभा में विपक्ष के नेता रवींद्र चौबे समेत 985 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। राज्य विधानसभा चुनाव में 85 महिला उम्मीदवारों ने भी किस्मत आजमाई, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी, बिलासपुर की महापौर वाणी राव और रायपुर की महापौर किरणमयी नायक प्रमुख हैं। छत्तीसगढ़ के 90-सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में 11 नवंबर और 19 नवंबर को हुए मतदान में 77 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने हिस्सा लिया था।
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