दिल्ली में विधानसभा चुनावों में तीसरे स्थान पर पहुंचने से स्तब्ध सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कहा कि नतीजे बेहद चौंकाने वाले हैं। कांग्रेस महासचिव शकील अहमद ने कहा कि दिल्ली में विभिन्न मुद्दों पर हुए आंदोलनों से आम आदमी पार्टी और भाजपा को मदद मिली।
दिल्ली में लोकपाल और एक लड़की के साथ बलात्कार जैसे मामलों को लेकर आंदोलन हुए, जहां बड़ी संख्या में लोग सत्ता प्रतिष्ठान के खिलाफ सड़कों पर उतरे। एक सवाल के जवाब में अहमद ने कहा कि पार्टी के लिए यह समय आत्मावलोकन करने का है, खासकर दिल्ली में। दिल्ली मामलों के प्रभारी और पार्टी महासचिव शकील अहमद ने कहा, हम ऐसे परिणामों की उम्मीद नहीं कर रहे थे। इसके कारणों की समीक्षा की जाएगी।
कांग्रेस दिल्ली में 15 सालों से सत्ता में थी और शीला दीक्षित के रूप में एक महिला को लंबे समय तक मुख्यमंत्री के पद पर रहने का गौरव प्राप्त था। 70-सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के पिछले चुनाव में कांग्रेस को 43 सीटें मिली थीं, जबकि इस बार के चुनाव में मतगणना के अब तक के रुझानों में उसे 10 से भी कम सीटें मिलने के आसार दिख रहे हैं।
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