New Delhi:
ममता बनर्जी और जयललिता के अपने-अपने राज्यों की मुख्यमंत्री बनने की पूरी संभावना के बीच यह पहला मौका होगा, जब एक ही समय पर देश के चार प्रदेशों में महिला मुख्यमंत्री होंगी। दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पिछले 12 साल से इस शीर्ष पद पर आसीन हैं और वह सबसे अधिक समय से पद पर बनी रहने वाली महिला मुख्यमंत्री हैं। उनके अलावा राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माने जाने वाले राज्य उत्तर प्रदेश में भी मायावती चार वर्ष से मुख्यमंत्री हैं। वहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की चुनावी जीत को काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि उनकी अगुवाई में तृणमूल कांग्रेस ने 34 साल से सत्तारूढ़ वाम मोर्चे को राइटर्स बिल्डिंग से बाहर कर दिया है। ममता ने कांग्रेस से मतभेद के बाद करीब एक दशक पहले अलग पार्टी बना ली थी और कालांतर में वह माकपा की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी के रूप में सामने आई। इस बार के चुनावों में ममता की लहर थी, जिसने वामदलों के इस गढ़ को ढहा दिया। उधर, तमिलनाडु में जयललिता की पार्टी दो संसदीय चुनावों और पिछले विधानसभा चुनावों में द्रमुक से पिछड़ने के बाद इस बार बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है और उनका मुख्यमंत्री बनना तय नजर आ रहा है। जयललिता का एक-सूत्री अभियान द्रमुक के 'पारिवारिक शासन' को समाप्त करना था। वैसे स्वतंत्र भारत के इतिहास में सुचेता कृपलानी को पहली महिला मुख्यमंत्री होने का गौरव हासिल है, जिन्होंने 1960 के दशक में उत्तर प्रदेश की बागडोर संभाली थी। उनके बाद उड़ीसा में कांग्रेस की नंदिनी सत्पथी मुख्यमंत्री बनी थीं। 1970 के दशक में महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी की शशिकला काकोडकर तत्कालीन केंद्रशासित प्रदेश गोवा की मुख्यमंत्री बनीं। असम में 1980 के दशक में अनवरा तैमूर करीब एक साल तक मुख्यमंत्री रहीं। उसी दशक में तमिलनाडु में दिवंगत मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन की पत्नी जानकी रामचंद्रन भी मुख्यमंत्री बनी थीं, परंतु उनका कार्यकाल एक महीने से भी कम का रहा। उत्तर प्रदेश में मायावती तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी की सुषमा स्वराज भी करीब चार महीने तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। पंजाब में राजिन्दर कौर भट्टल, मध्य प्रदेश में उमा भारती के अलावा बिहार में लालू प्रसाद यादव के चारा घोटाले में फंसने के बाद राबड़ी देवी भी मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। उधर, राजस्थान में भी वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री का पद संभाल चुकी हैं। वास्तव में हाल के वर्ष महिला नेताओं के लिए काफी अच्छे साबित हुए हैं और इसी दौरान प्रतिभा देवीसिंह पाटिल देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं, जबकि संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी रिकॉर्ड 12 साल से कांग्रेस की अध्यक्ष हैं। इसी दौरान मीरा कुमार लोकसभाध्यक्ष बनीं, जबकि सुषमा स्वराज ने लोकसभा में विपक्ष की नेता का पद संभाला।
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विधानसभा चुनाव 2011, महिला मुख्यमंत्री, ममता बनर्जी, जयललिता