आज भी इसका अलग अंदाज सबको लुभाता है...
नई दिल्ली:
'डोल्चे वीटा' का प्रतीक और क्लासिक डिजाइन वाला स्कूटर 'वेस्पा' इस हफ्ते 70 साल का हो गया। इटली के इस सबसे पसंदीदा स्कूटर की बिक्री बीते दशक में तीन गुना तक बढ़ी और इसका सुहाना सफर आज भी बेहतरीन ढंग से जारी है।
प्रेमी जोड़ों के बीच अलग पहचान
दुनियाभर में प्रेमी जोड़ों के बीच इस स्कूटर की एक अलग ही पहचान रही है। सन 1953 में आई फिल्म रोमन हॉलीडे के अभिनेता ग्रेगरी पेक ने इसी स्कूटर पर साथ सफर करते हुए अभिनेत्री ऑड्रे हेपबर्न को प्रपोज किया था। फिल्म में इस स्कूटर ने उनके बीच की रूमानियत में चार चांद लगाए थे।
इस दिलकश दोपहिये का जन्म फ्लोरेंस में हुआ
हालांकि इस दिलकश दोपहिये का जन्म फ्लोरेंस में हुआ था, जहां 23 अप्रैल, 1946 को एनरिको पियाजियो ने टस्कन राजधानी में 23 अप्रैल, 1946 को पेटेंट रजिस्टर कराया था। सत्तर साल बाद, इसके 18 लाख से ज्यादा मॉडल बेचे जा चुके हैं और परिवार के वैमानिकी कंपनी को बदलने पियाजियो के मकसद का एहसास हो गया।
ऐसे बना ये शानदार स्कूटर
कंपनी जब दूसरे विश्व युद्ध के वक्त उसके कारखाने पर बमबारी से हुए नुकसान से उबरने की कोशिश कर रही थी, पियाजियो ने अपने एक इंजीनियर कोर्राडिनो डी' एस्कानियो को एक ऐसा मोटरसाइकिल बनाने को कहा, जो कि आसानी से तैयार किया जा सके और ग्राहकों के लिए भी सस्ता हो। इस छोटे से ब्योरे के सहारे ही डी एस्कानियो ने नायाब स्कूटर रच डाला। उनका बनाया स्कूटर इतना शानदार था कि उसके डिजाइन में आज तक कोई बदलाव नहीं किया गया।
बनते ही बाजार में छा गया था
यह स्कूटर बनने के साथ बाजार में छा गया और कई लोगों की पसंदीदा सवारी बन गया। साल 1946 में 2,284 वेस्पा स्कूटरों की बिक्री हुई और दो साल के अंदर ही 1950 में इसका सालाना उत्पादन 20,000 के करीब पहुंच गया। 50 के दशक के मध्य तक इसकी ब्रिकी तिगुनी तक पहुंच गई और तब तक 13 देशों में वेस्पा के कारखाने लगाए जा चुके थे।
रेट्रो स्टाइल
ऑटोमोबाइल उद्योग के इतिहासकार पैट्रिस वर्गिस कहते हैं, 'एक मोटर बाइक की तुलना में वेस्पा बेहतर था: इसकी बॉडी में सामने एक एप्रन था, जो कि चालक को धूल, मिट्टी और पानी से बचाता था'। वह कहते हैं, 'इसके पहिये छोटे थे, जिससे कि आप अपने एक स्टेपनी पहिया रख सकते थे।' वह बताते हैं कि उन दिनों बग्गियों से गिरने वाली कीलों की वजह से टायर का पंचर होना एक आम बात थी और ऐसे में ये स्टेपनी काफी मददगार साबित होते थे। वह कहते हैं, 'और लोगों को इसका डिजाइन और ततैये जैसी इसकी बेहद खास आवाज खूब पसंद आई।' वर्गिज साथ ही बताते हैं, 'लोगों को इसकी कीमत भी खूब भायी। 1950 और 1960 के दशक में, आप एक कार नहीं खरीद सकते थे और ऐसे में आप वेस्पा खरीद लेते थे।
हालांकि 1980 के दशक में इतालवी अर्थव्यवस्था में उछाल शुरू होने के साथ ही वेस्पा के निर्माताओं की जिंदगी मुश्किल होती गई। लोगों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया, इससे सफर तो सुरक्षित बन गया, लेकिन उसकी रूमानियत जाती रही। फिर लोगों की आमदनी भी बढ़ी और अब वे कार खरीद सकते थे।
साल 2004 के बाद कंपनी ने अपने इस ब्रांड में कई अहम बदलाव किए और वेस्पा के स्टाइल के साथ भीड़ भरी सड़कों पर सफर में सहूलियत ने इसे दुनिया भर में फिर से लोगों की पसंदीदा स्कूटर बना दिया।
प्रेमी जोड़ों के बीच अलग पहचान
दुनियाभर में प्रेमी जोड़ों के बीच इस स्कूटर की एक अलग ही पहचान रही है। सन 1953 में आई फिल्म रोमन हॉलीडे के अभिनेता ग्रेगरी पेक ने इसी स्कूटर पर साथ सफर करते हुए अभिनेत्री ऑड्रे हेपबर्न को प्रपोज किया था। फिल्म में इस स्कूटर ने उनके बीच की रूमानियत में चार चांद लगाए थे।
इस दिलकश दोपहिये का जन्म फ्लोरेंस में हुआ
हालांकि इस दिलकश दोपहिये का जन्म फ्लोरेंस में हुआ था, जहां 23 अप्रैल, 1946 को एनरिको पियाजियो ने टस्कन राजधानी में 23 अप्रैल, 1946 को पेटेंट रजिस्टर कराया था। सत्तर साल बाद, इसके 18 लाख से ज्यादा मॉडल बेचे जा चुके हैं और परिवार के वैमानिकी कंपनी को बदलने पियाजियो के मकसद का एहसास हो गया।
ऐसे बना ये शानदार स्कूटर
कंपनी जब दूसरे विश्व युद्ध के वक्त उसके कारखाने पर बमबारी से हुए नुकसान से उबरने की कोशिश कर रही थी, पियाजियो ने अपने एक इंजीनियर कोर्राडिनो डी' एस्कानियो को एक ऐसा मोटरसाइकिल बनाने को कहा, जो कि आसानी से तैयार किया जा सके और ग्राहकों के लिए भी सस्ता हो। इस छोटे से ब्योरे के सहारे ही डी एस्कानियो ने नायाब स्कूटर रच डाला। उनका बनाया स्कूटर इतना शानदार था कि उसके डिजाइन में आज तक कोई बदलाव नहीं किया गया।
बनते ही बाजार में छा गया था
यह स्कूटर बनने के साथ बाजार में छा गया और कई लोगों की पसंदीदा सवारी बन गया। साल 1946 में 2,284 वेस्पा स्कूटरों की बिक्री हुई और दो साल के अंदर ही 1950 में इसका सालाना उत्पादन 20,000 के करीब पहुंच गया। 50 के दशक के मध्य तक इसकी ब्रिकी तिगुनी तक पहुंच गई और तब तक 13 देशों में वेस्पा के कारखाने लगाए जा चुके थे।
रेट्रो स्टाइल
ऑटोमोबाइल उद्योग के इतिहासकार पैट्रिस वर्गिस कहते हैं, 'एक मोटर बाइक की तुलना में वेस्पा बेहतर था: इसकी बॉडी में सामने एक एप्रन था, जो कि चालक को धूल, मिट्टी और पानी से बचाता था'। वह कहते हैं, 'इसके पहिये छोटे थे, जिससे कि आप अपने एक स्टेपनी पहिया रख सकते थे।' वह बताते हैं कि उन दिनों बग्गियों से गिरने वाली कीलों की वजह से टायर का पंचर होना एक आम बात थी और ऐसे में ये स्टेपनी काफी मददगार साबित होते थे। वह कहते हैं, 'और लोगों को इसका डिजाइन और ततैये जैसी इसकी बेहद खास आवाज खूब पसंद आई।' वर्गिज साथ ही बताते हैं, 'लोगों को इसकी कीमत भी खूब भायी। 1950 और 1960 के दशक में, आप एक कार नहीं खरीद सकते थे और ऐसे में आप वेस्पा खरीद लेते थे।
हालांकि 1980 के दशक में इतालवी अर्थव्यवस्था में उछाल शुरू होने के साथ ही वेस्पा के निर्माताओं की जिंदगी मुश्किल होती गई। लोगों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया, इससे सफर तो सुरक्षित बन गया, लेकिन उसकी रूमानियत जाती रही। फिर लोगों की आमदनी भी बढ़ी और अब वे कार खरीद सकते थे।
साल 2004 के बाद कंपनी ने अपने इस ब्रांड में कई अहम बदलाव किए और वेस्पा के स्टाइल के साथ भीड़ भरी सड़कों पर सफर में सहूलियत ने इसे दुनिया भर में फिर से लोगों की पसंदीदा स्कूटर बना दिया।
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