नई दिल्ली:
अमेरिका के श्रम विभाग (डीओएल) ने गूगल पर आरोप लगाया है कि वह पुरुष कर्मचारियों की तुलना में महिला समकक्षों को कम वेतन देकर महिला कर्मचारियों के साथ भेदभाव करता है. शनिवार को गार्जियन में प्रकाशित एक रपट के मुताबिक, मामले की जांच कर रहे डीओएल ने प्रणालीगत मुआवजा असमानता के सबूत मिलने का दावा किया है.
समान वेतन दिवस के दिन गूगल ने घोषणा की थी कि उसने महिलाओं व पुरुषों के बीच वेतन को लेकर भेदभाव को वैश्विक स्तर पर बंद कर दिया है. गूगल की इस घोषणा के कुछ दिनों बाद उसके खिलाफ आरोप सामने आया है.
इस सप्ताह की शुरुआत में गूगल ने ट्वीट किया, "चलो हर दिन समान वेतन दिवस मनाएं.. आज सभी नियोक्ता वेतन में लैंगिक भेदभाव को खत्म करने के लिए संकल्प ले सकते हैं."
डीओएल ने कहा कि सरकार ने सूचना इकट्ठा की है, जो इस बात की ओर इशारा करता है कि गूगल ने रोजगार के संघीय कानूनों का उल्लंघन किया है.
रपट के मुताबिक, डीओएल के क्षेत्रीय निदेशक जेनेट विपर ने कहा, "हमने कर्मचारियों के बीच महिलाओं के खिलाफ प्रणालीगत मुआवजा असमानताएं पाई हैं."
मामले की जांच खत्म नहीं हुई है, लेकिन डीओएल ने कहा है कि इस बिंदु पर सरकार का विश्लेषण यह संकेत देता है कि गूगल में महिलाओं से भेदभाव काफी अधिक है.
रपट के मुताबिक, गूगल के एक प्रवक्ता ने कहा, "हर दिन, हम पुरुषों तथा महिलाओं को दिए जाने वाले वेतन का व्यापक तौर पर विश्लेषण करते हैं और हमें दोनों के बीच कोई खाई नहीं मिली है. डीओएल ने हमारे खिलाफ कोई आंकड़ा पेश नहीं किया है और हमारे खिलाफ आरोप पहली बार हमने अदालत में सुना." (इनपुट IANS से)
समान वेतन दिवस के दिन गूगल ने घोषणा की थी कि उसने महिलाओं व पुरुषों के बीच वेतन को लेकर भेदभाव को वैश्विक स्तर पर बंद कर दिया है. गूगल की इस घोषणा के कुछ दिनों बाद उसके खिलाफ आरोप सामने आया है.
इस सप्ताह की शुरुआत में गूगल ने ट्वीट किया, "चलो हर दिन समान वेतन दिवस मनाएं.. आज सभी नियोक्ता वेतन में लैंगिक भेदभाव को खत्म करने के लिए संकल्प ले सकते हैं."
डीओएल ने कहा कि सरकार ने सूचना इकट्ठा की है, जो इस बात की ओर इशारा करता है कि गूगल ने रोजगार के संघीय कानूनों का उल्लंघन किया है.
रपट के मुताबिक, डीओएल के क्षेत्रीय निदेशक जेनेट विपर ने कहा, "हमने कर्मचारियों के बीच महिलाओं के खिलाफ प्रणालीगत मुआवजा असमानताएं पाई हैं."
मामले की जांच खत्म नहीं हुई है, लेकिन डीओएल ने कहा है कि इस बिंदु पर सरकार का विश्लेषण यह संकेत देता है कि गूगल में महिलाओं से भेदभाव काफी अधिक है.
रपट के मुताबिक, गूगल के एक प्रवक्ता ने कहा, "हर दिन, हम पुरुषों तथा महिलाओं को दिए जाने वाले वेतन का व्यापक तौर पर विश्लेषण करते हैं और हमें दोनों के बीच कोई खाई नहीं मिली है. डीओएल ने हमारे खिलाफ कोई आंकड़ा पेश नहीं किया है और हमारे खिलाफ आरोप पहली बार हमने अदालत में सुना." (इनपुट IANS से)
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