2018 के पहले चंद्र ग्रहण के बारे में जानें सबकुछ
नई दिल्ली:
आज यानी 31 जनवरी की रात को चंद्रग्रहण होने वाला है. खास बात यह है कि यह चंद्रग्रहण साल 2018 का पहला चंद्रग्रहण होने वाला है. यह पूर्ण चंद्रग्रहण पूरे 77 मिनट तक रहेगा. इसका समय शाम 5.58 मिनट पर शुरू हो रहा है जो रात 8.41 तक चलेगा. इसे भारत के साथ-साथ इंडोनेशिया, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में चंद्र ग्रहण का नजारा साफ नजर आएगा. सुपरमून, ब्लूमून और चंद्र ग्रहण (जिसे ब्लड मून भी कहते हैं) एक ही रात को नजर आएगा. इस घटना को 'सुपर ब्लू ब्लड मून' कहा जा रहा है. अमेरिका के अलास्का, हवाई और कनाडा में साफ-साफ नजर आएगा. आइए जानते हैं आखिर क्यों कहा जाता है इसे सुपर ब्लू ब्ल्ड मून...
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क्या होता है सुपरमून
चांद और धरती के बीच की दूरी सबसे कम हो जाती है और चंद्रमा अपने पूरे शबाब पर चमकता दिखाई देता है. इसे पिछले साल 3 दिसंबर को भी दिखाई दिया था. चांद की तुलना में 14 फीसद ज्यादा बड़ा और 30 फीसद तक ज्यादा चमकीला दिखेगा. इस महीने पूर्ण चंद्रमा दिखने की घटना हो रही है. इस कारण इसे ब्लू मून भी कहा जा रहा है.
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क्या होता है ब्लू मून
NASA के मुताबिक, ब्लू मून हर ढाई साल में एक बार नजर आता है. स्पेस डॉट कॉम की खबर के मुताबिक चंद्रमा का नीचे का हिस्सा ऊपरी हिस्से की तुलना में ज्यादा चमकीला दिखाई देता है और नीली रोशनी फेंकता है. 31 जनवरी 2018 के बाद ये 2028 और 2037 में देखने को मिलेगा.
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चंद ग्रहण
चंद्र ग्रहण तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी एवं चंद्रमा ऐसी स्थिति में होते हैं कि कुछ समय के लिए पूरा चांद अंतरिक्ष धरती की छाया से गुजरता है. लेकिन पृथ्वी के वायुमंडल से गुजरते वक्त सूर्य की लालिमा वायुमंडल में बिखर जाती है और चंद्रमा की सतह पर पड़ती है. इसे ब्लड मून भी कहा जाता है. ये तीनों एक ही रात को पड़ेगा. जिसे सुपर ब्लू ब्लड मून भी कहा जा रहा है.
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