केरल पुलिस ने यहां एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में एक महिला की सर्जरी में बरती गई कथित मेडिकल लापरवाही की जांच में यह पाया है कि चिकित्सकों ने गलती से उसके पेट में एक चिमटा (फोरसेप) छोड़ दिया था. महिला ने पुलिस में दी गई अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि 2017 में यहां सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में (प्रसूति के दौरान) ‘सीजेरियन सेक्शन ऑपरेशन' कराने के बाद से उसे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिसके बाद पुलिस ने पूरे प्रकरण की जांच शुरू की.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि जांच के दौरान यह पुष्टि हुई कि ऑपरेशन के दौरान गलती से महिला के पेट में चिमटा छूट गया था, जो चिकित्सकों की कथित लापरवाही है. पुलिस अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘हमने जांच पूरी कर ली है. हमने रिपोर्ट जिला चिकित्सा अधिकारी (डीएमओ) को सौंप दी है, जो आगे की जांच के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन करेंगे.''
कोझिकोड की रहने वाली 30 वर्षीय हरशिनिया ने पिछले साल अक्टूबर में पुलिस में शिकायत दर्ज करा कर इसकी जांच कराने की मांग की थी.महिला का नवंबर 2017 में सरकारी अस्पताल में तीसरा ‘सीजेरियन सेक्शन ऑपरेशन' किया गया था. इससे पहले, उसका दो बार इसी तरह का ऑपरेशन अलग-अलग निजी अस्पतालों में किया गया था.
कोझिकोड चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के चिकित्सकों ने गंभीर पीड़ा से ग्रसित हरशिनिया की 17 सितंबर 2022 को एक बड़ी सर्जरी की और उसके पेट में गत पांच साल से पड़े चिमटे को बाहर निकाला. यह चिमटा, कैंची जैसा चिकित्सीय उपकरण होता है, जिसका उपयोग शल्य चिकित्सक सर्जरी के दौरान करते हैं.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं