इस्लामाबाद:
पाकिस्तान के एक इंजीनियर ने एक ऐसी कार बनाई है जो पेट्रोल की जगह पानी से चलती है। इसने प्रत्यक्षदर्शियों को आश्चर्य में डाल दिया है।
समाचार पत्र 'डॉन' के मुताबिक पाकिस्तान के एक इंजीनियर वकार अहमद ने गुरुवार को राजधानी इस्लामाबाद में सांसदों, वैज्ञानिकों और छात्र-छात्राओं के सामने अपनी पानी से चलने वाली कार का प्रदर्शन किया। वकार ने ईंधन के रूप में पानी का इस्तेमाल कर अपनी कार चलाई। उनका कहना था कि कारों को ईंधन के रूप में पेट्रोल और सीएनजी की जगह पानी का इस्तेमाल कर चलाया जा सकता है।
पानी से चलने वाली इस कार को देखकर प्रत्यक्षदर्शी जहां अचम्भित थे वहीं मंत्रिमंडल की उप समिति ने इस 'वाटर फ्यूल किट प्रोजेक्ट' की प्रशंसा की।
इस उप-समिति की अध्यक्षता करने वाले धार्मिक मामलों के मंत्री सैयद खुर्शीद अहमद शाह ने कहा कि इंजीनियर को समिति का पूरा समर्थन प्राप्त होगा।
एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पानी को ईंधन के रूप में इस्तेमाल करने वाली यह प्रणाली एक ऐसी तकनीक है जिसमें 'हाइड्रोजन बांडिंग' और आसुत जल से निर्मित हाइड्रोजन गैस से कार चलाई जाती है।
अहमद ने पहले शाह को अपनी अनोखी खोज के बारे में बताया था और फिर इसे केंद्रीय मंत्रीमंडल के पास ले जाया गया जहां उप-समिति द्वारा इस पर विचार किए जाने के लिए कहा गया है। प्रदर्शन के दौरान शाह ने भी इस कार को चलाया।
शाह ने कहा कि अहमद को पूरी सुरक्षा दी जाएगी और इस तरह की कार बनाने के उनके फार्मूले को सुरक्षित रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ और वित्त मंत्री हाफीज शेख ने इस परियोजना को महत्व दिया है।
शाह ने कहा, "हमने इस परियोजना को अपनाया है और इसे सफलतापूर्वक पूरा कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
समाचार पत्र 'डॉन' के मुताबिक पाकिस्तान के एक इंजीनियर वकार अहमद ने गुरुवार को राजधानी इस्लामाबाद में सांसदों, वैज्ञानिकों और छात्र-छात्राओं के सामने अपनी पानी से चलने वाली कार का प्रदर्शन किया। वकार ने ईंधन के रूप में पानी का इस्तेमाल कर अपनी कार चलाई। उनका कहना था कि कारों को ईंधन के रूप में पेट्रोल और सीएनजी की जगह पानी का इस्तेमाल कर चलाया जा सकता है।
पानी से चलने वाली इस कार को देखकर प्रत्यक्षदर्शी जहां अचम्भित थे वहीं मंत्रिमंडल की उप समिति ने इस 'वाटर फ्यूल किट प्रोजेक्ट' की प्रशंसा की।
इस उप-समिति की अध्यक्षता करने वाले धार्मिक मामलों के मंत्री सैयद खुर्शीद अहमद शाह ने कहा कि इंजीनियर को समिति का पूरा समर्थन प्राप्त होगा।
एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पानी को ईंधन के रूप में इस्तेमाल करने वाली यह प्रणाली एक ऐसी तकनीक है जिसमें 'हाइड्रोजन बांडिंग' और आसुत जल से निर्मित हाइड्रोजन गैस से कार चलाई जाती है।
अहमद ने पहले शाह को अपनी अनोखी खोज के बारे में बताया था और फिर इसे केंद्रीय मंत्रीमंडल के पास ले जाया गया जहां उप-समिति द्वारा इस पर विचार किए जाने के लिए कहा गया है। प्रदर्शन के दौरान शाह ने भी इस कार को चलाया।
शाह ने कहा कि अहमद को पूरी सुरक्षा दी जाएगी और इस तरह की कार बनाने के उनके फार्मूले को सुरक्षित रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ और वित्त मंत्री हाफीज शेख ने इस परियोजना को महत्व दिया है।
शाह ने कहा, "हमने इस परियोजना को अपनाया है और इसे सफलतापूर्वक पूरा कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
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