यह ख़बर 01 दिसंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

पृथ्वी की कक्षा छोड़कर मंगल ग्रह की ओर बढ़ा मंगलयान

श्रीहरिकोटा से मंगलयान के प्रक्षेपण का दृश्य

चेन्नई / बेंगलुरु:

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का मंगलयान 'मार्स ऑर्बिटर' ने पृथ्वी की कक्षा से बाहर निकलकर लाल ग्रह मंगल की 300 दिन की अपनी यात्रा शुरू की।

मंगलयान को मंगल के प्रक्षेपपथ पर डालने का काम रात करीब 1 बजे सफलतापूर्वक पूरा किया गया, जो कि यान के 68 करोड़ किलोमीटर की लंबी यात्रा की ओर पहला कदम था।

इसरो ने एक बयान में कहा, इस कदम के बाद मंगलयान का पृथ्वी का चक्कर लगाने का चरण पूरा हुआ। अंतरिक्ष यान अब सूर्य की ओर मंगल की अपनी 10 महीने की यात्रा पर रवाना हुआ। 12 बजकर 49 मिनट पर शुरू हुए इस कार्य के तहत अंतरिक्षयान का 440 न्यूटन तरल इंजन करीब 22 मिनट तक चलाया गया, जिससे अंतरिक्षयान को 648 मीटर प्रति सेकंड का अतिरिक्त वेग मिला।

इसरो ने मार्स ऑर्बिटर का अंत: प्रक्षेपण किया। अंतरिक्ष यान के 14 सितम्बर को मंगल की कक्षा में पहुंचने की संभावना है। इसरो ने रास्ते में यान के विचलन होने की दशा में बीच रास्ते में चार सुधारों की भी योजना बनाई है। इसरो ने कहा कि अंतरिक्षयान की यहां स्थित ब्यालालू में इंडिया डीप स्पेस नेटवर्क (आईडीएसएन) एंटीना की मदद से बेंगलुरु स्थित इसरो का टेलीमेटरी, ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क लगातार निगरानी कर रहा है।


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