भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के बुधवार शाम पांच बजे से बिहार के 36 चाय स्टॉलों पर जुटी चौपालों से सीधे रूबरू होने तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये चायवालों से सीधी बात करने पर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद ने मोदी के चाय बेचने पर शंका जताते हुए दावा किया कि नरेंद्र मोदी नहीं, बल्कि वह पटना में बचपन के दौरान चाय बेचा करते थे।
लालू ने कहा कि पटना स्थित वेटनरी कॉलेज इलाके में पुलिसकर्मियों के क्वार्टर के समीप उनकी झोपड़ीनुमा चाय की दुकान थी, जहां वह बचपन में अपने बड़े भाई के साथ चाय बेचा करते थे। कभी स्वयं को भैंस चराने वाला बताने वाले लालू ने कहा कि वह बचपन में चाय और बिस्किट बेचने के साथ पढ़ने भी जाते थे।
यह सभी को मालूम है कि लालू एक गरीब परिवार से आते हैं और वह अपने दो बड़े भाईयों के साथ पटना में रहा करते थे, जो कि वेटनरी कॉलेज में चपरासी के पद पर थे। लालू ने कहा कि बचपन में बिताए अपने बुरे समय को उन्होंने कभी भी प्रचारित करना उचित नहीं समझा, जिसने उन्हें और उनके बड़े भाई को बिहार की राजधानी पटना में चाय बेचने के लिए विवश किया। नरेंद्र मोदी पर 'खून और दंगे का सौदागर' होने का आरोप लगाते हुए लालू ने कहा, उन्होंने (मोदी ने) चाय कहां बेची, वह तो खून बेचते थे।
उल्लेखनीय है कि लालू की पार्टी आरजेडी ने आगामी 3 मार्च को नरेंद्र मोदी के समानांतर मुजफ्फरपुर में रैली करने के लिए आवेदन दिया है। लालू ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा और वह (नीतीश) अभी दोस्ताना नूराकुश्ती में लगे हैं और लोकसभा चुनाव के बाद वे आपस में हाथ मिला लेंगे। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर लालू ने उन्हें अपने से 'जूनियर' बताते हुए कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने की संभावना कहां है...
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