
सुकमा हमले पर कुमार विश्वास ने किया ट्वीट.
नई दिल्ली:
सुकमा में हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 25 जवानों के शहीद होने के बाद देश भर में कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है. इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह को टैग करते हुए ट्वीट किया है कि सरकार जल्द कार्रवाई करे, पूरा देश उनके साथ है. कुमार विश्वास ने ट्वीट किया है, 'आदरणीय @rajnathsingh @narendramodi जी, माँओं के दूध, पत्नियों के सिंदूर, बहनों की राखियों को आपके सक्षम-उत्तर का इंतजार है, सारा देश साथ है ActNow.' कुमार विश्वास के इस ट्वीट पर लोगों के भारी संख्या में कमेंट आ रहे हैं. लगभग सभी लोग नक्सलियों के इस कायरतापूर्ण हमले की निंदा कर रहे हैं.
मालूम हो कि सुकमा में नक्सलियों के घात लगाकर किए गए हमले में सीआरपीएफ के 25 जवानों को शहादत देनी पड़ी जबकि 7 जवान घायल हो गए. ये जवान सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन के थे. घटना सोमवार दोपहर 12 बजे की है जब जवानों की टीम रोड ओपनिंग के लिए निकली थी.
सड़क निर्माण की सुरक्षा में लगे ये जवान खाना खाने की तैयारी कर रहे थे उसी दौरान घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी. खास बात यह है कि 2010 में इसी जगह हुए नक्सली हमले में 76 जवान शहीद हो गए थे. फिलहाल घटनास्थल पर सीआरपीएफ की कोबरा टीम तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. इस घटना के बाद दूसरे इलाकों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इसी दौरान दंतेवाड़ा में भी सुरक्षा बलों ने IED को डिफ़्यूज कर दिया. नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के रास्ते में ये IED लगाई थी.
डीजी डीएम अवस्थी (नक्सल ऑपरेशन) ने एनडीटीवी से खास बातचीत में कहा कि जवानों ने एसओपी का उल्लंघन नहीं किया. 70 से ज्यादा जवान सुरक्षित लौटे हैं. सीआरपीएफ ने जमकर मुकाबला किया था. किसी विस्फोटक का इस्तेमाल नहीं हुआ. सिर्फ गोलियां चलीं. लड़ाई लंबी चली थी. यही नहीं जो लोग रोड कंस्ट्रक्शन के काम में लगे थे उनकी जान भी जवानों ने बचाई. करीब 40 लोगों की जान बचाई गई. इससे जवानों का हौंसला कम नहीं होगा. सड़क निर्माण का काम नहीं रुकेगा. काम चलता रहेगा. 10 से ज्यादा नक्सलियों के मरने की भी सूचना है. उनकी संख्या पुख्ता नहीं बताई जा सकती क्योंकि नक्सली शव खींचकर ले जाते हैं. इससे पूर्व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी थी.
आ० @rajnathsingh @narendramodi जी,माँओं के दूध,पत्नियों के सिंदूर,बहनों की राखियों को आपके सक्षम-उत्तर का इंतज़ार है,सारा देश साथ है ActNow
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) April 25, 2017
आइए सुकमा हमले से जुड़े कुछ लोगों के ट्वीट पर नजर डालें.तुम्हारे घर में दरवाज़ा है लेकिन तुम्हें ख़तरे का अंदाज़ा नहीं है,
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) April 24, 2017
हमें ख़तरे का अंदाज़ा है लेकिन हमारे घर में दरवाज़ा नहीं है.
Deeply saddened to kw tht 26 CRPF Jawans martyred in the attack in #Sukma. Salutations to our bravehearts 4 their sacrifice & courage #Sukma
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) April 24, 2017
We pay respect to the Brave martyrs who sacrificed their lives for the integrity of India pic.twitter.com/ldBDPaGAJE
— INC India (@INCIndia) April 25, 2017
मैं हमले में शहीद जवानों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी सहानुभूति प्रकट करता हूँ।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 24, 2017
मालूम हो कि सुकमा में नक्सलियों के घात लगाकर किए गए हमले में सीआरपीएफ के 25 जवानों को शहादत देनी पड़ी जबकि 7 जवान घायल हो गए. ये जवान सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन के थे. घटना सोमवार दोपहर 12 बजे की है जब जवानों की टीम रोड ओपनिंग के लिए निकली थी.
सड़क निर्माण की सुरक्षा में लगे ये जवान खाना खाने की तैयारी कर रहे थे उसी दौरान घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी. खास बात यह है कि 2010 में इसी जगह हुए नक्सली हमले में 76 जवान शहीद हो गए थे. फिलहाल घटनास्थल पर सीआरपीएफ की कोबरा टीम तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. इस घटना के बाद दूसरे इलाकों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इसी दौरान दंतेवाड़ा में भी सुरक्षा बलों ने IED को डिफ़्यूज कर दिया. नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के रास्ते में ये IED लगाई थी.
डीजी डीएम अवस्थी (नक्सल ऑपरेशन) ने एनडीटीवी से खास बातचीत में कहा कि जवानों ने एसओपी का उल्लंघन नहीं किया. 70 से ज्यादा जवान सुरक्षित लौटे हैं. सीआरपीएफ ने जमकर मुकाबला किया था. किसी विस्फोटक का इस्तेमाल नहीं हुआ. सिर्फ गोलियां चलीं. लड़ाई लंबी चली थी. यही नहीं जो लोग रोड कंस्ट्रक्शन के काम में लगे थे उनकी जान भी जवानों ने बचाई. करीब 40 लोगों की जान बचाई गई. इससे जवानों का हौंसला कम नहीं होगा. सड़क निर्माण का काम नहीं रुकेगा. काम चलता रहेगा. 10 से ज्यादा नक्सलियों के मरने की भी सूचना है. उनकी संख्या पुख्ता नहीं बताई जा सकती क्योंकि नक्सली शव खींचकर ले जाते हैं. इससे पूर्व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी थी.
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