विज्ञापन
This Article is From Apr 25, 2017

सुकमा हमले पर कुमार विश्वास बोले, मांओं के दूध, पत्नियों के सिंदूर को सक्षम उत्तर का इंतजार....

सुकमा हमले पर कुमार विश्वास बोले, मांओं के दूध, पत्नियों के सिंदूर को सक्षम उत्तर का इंतजार....
सुकमा हमले पर कुमार विश्वास ने किया ट्वीट.
  • सुकमा में नक्सली हमले में 25 जवानों की शहादत पर कुमार विश्वास का ट्वीट
  • पीएम मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से सख्त कार्रवाई की मांग की
  • कहा, कार्रवाई करेंगे तो पूरा देश आपके साथ खड़ा होगा
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली: सुकमा में हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 25 जवानों के शहीद होने के बाद देश भर में कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है. इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह को टैग करते हुए ट्वीट किया है कि सरकार जल्द कार्रवाई करे, पूरा देश उनके साथ है. कुमार विश्वास ने ट्वीट किया है, 'आदरणीय  @rajnathsingh @narendramodi जी, माँओं के दूध, पत्नियों के सिंदूर, बहनों की राखियों को आपके सक्षम-उत्तर का इंतजार है, सारा देश साथ है ActNow.' कुमार विश्वास के इस ट्वीट पर लोगों के भारी संख्या में कमेंट आ रहे हैं. लगभग सभी लोग नक्सलियों के इस कायरतापूर्ण हमले की निंदा कर रहे हैं. आइए सुकमा हमले से जुड़े कुछ लोगों के ट्वीट पर नजर डालें.
 
मालूम हो कि सुकमा में नक्सलियों के घात लगाकर किए गए हमले में सीआरपीएफ के 25 जवानों को शहादत देनी पड़ी जबकि 7 जवान घायल हो गए. ये जवान सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन के थे. घटना सोमवार दोपहर 12 बजे की है जब जवानों की टीम रोड ओपनिंग के लिए निकली थी. 

सड़क निर्माण की सुरक्षा में लगे ये जवान खाना खाने की तैयारी कर रहे थे उसी दौरान घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी. खास बात यह है कि 2010 में इसी जगह हुए नक्सली हमले में 76 जवान शहीद हो गए थे. फिलहाल घटनास्थल पर सीआरपीएफ की कोबरा टीम तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. इस घटना के बाद दूसरे इलाकों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इसी दौरान दंतेवाड़ा में भी सुरक्षा बलों ने IED को डिफ़्यूज कर दिया. नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के रास्ते में ये IED लगाई थी.

डीजी डीएम अवस्थी (नक्सल ऑपरेशन) ने एनडीटीवी से खास बातचीत में कहा कि जवानों ने एसओपी का उल्लंघन नहीं किया. 70 से ज्यादा जवान सुरक्षित लौटे हैं. सीआरपीएफ ने जमकर मुकाबला किया था. किसी विस्फोटक का इस्तेमाल नहीं हुआ. सिर्फ गोलियां चलीं. लड़ाई लंबी चली थी. यही नहीं जो लोग रोड कंस्ट्रक्शन के काम में लगे थे उनकी जान भी जवानों ने बचाई. करीब 40 लोगों की जान बचाई गई. इससे जवानों का हौंसला कम नहीं होगा. सड़क निर्माण का काम नहीं रुकेगा. काम चलता रहेगा.  10 से ज्यादा नक्सलियों के मरने की भी सूचना है. उनकी संख्या पुख्ता नहीं बताई जा सकती क्योंकि नक्सली शव खींचकर ले जाते हैं. इससे पूर्व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी थी.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com