एक फरवरी का दिन दुनिया के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के दिल में एक टीस बनकर बसा है. वर्ष 2003 में इसी तारीख को अमेरिका का अंतरिक्ष शटल कोलंबिया अपना अंतरिक्ष मिशन समाप्त करने के बाद लौटने के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और इसमें सवार सभी सात अंतरिक्ष यात्रियों की मौत हो गई. अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला भी इस हादसे में मारी गईं. कोलंबिया में मिशन विशेषज्ञ के तौर पर गईं कल्पना भारत में हरियाणा के करनाल में एक जुलाई 1961 को पैदा हुईं और वह पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाली पहली महिला थीं. Social Media पर लोग उन्हें याद कर रहे हैं.
भारतीय मूल की प्रथम महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला
अदम्य साहस, वीरता एवं शक्ति की प्रतीक और भारतीय मूल की प्रथम महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला जी की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटिशः नमन।#कल्पना_चावला #KalpanaChawala pic.twitter.com/CL8miWnBU9
— Ajay Kumar Saini (@bjpajaysaini) February 1, 2023
आपके हौसले को सलाम
"You are just your intelligence." 🫡🫡
— blue lagoon (@bulu_lagoon) February 1, 2023
You are always proud of India..#KalpanaChawlaJi #KalpanaChawala #NASA #indiangirl #Indian #astronomy pic.twitter.com/LhaTndl69Y
कल्पना चावला को नमन
धरती से अंतरिक्ष तक की असीमित कल्पनाओं की विजेता, भारत का गौरव, नारी शक्ति का प्रतिबिंब, प्रथम भारतीय महिला अंतरिक्ष यात्री स्व. कल्पना चावला की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि। 🙏#KalpanaChawala #tribute pic.twitter.com/GbfVlgSzcs
— Himangshu Roy (@hroyofficial) February 1, 2023
1 फरवरी, 2003. इस दिन अंतरीक्ष से किसी के लौटने का जश्न का मनाया जा रहा था, मगर जश्न मातम में बदल गया. कल्पना चावला सात अन्य साथी के साथ शहीद हो गईं. उनकी शहादत से पूरी दुनिया हैरान थी. हालांकि, होनी को कौन टाल सकता है? इंटरनेट और सोशल मीडिया पर लोग उनके लिए अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे हैं.
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