Jet Airways में इसलिए यात्रियों के कान-नाक से बहने लगा था खून.
जेट एयरवेज (Jet Airways) की एक फ्लाइट में गुरुवार सुबह अचानक यात्रियों की नाक और कान से खून बहने लगा. इस वजह से मुंबई से जयपुर (Jet Airways Mumbai-Jaipur flight) के लिए 166 यात्रियों के साथ उड़ान भरने वाली जेट एयरवेज की फ्लाइट को टेकऑफ के तुरंत बाद वापस मुंबई उतारना पड़ा. टेकऑफ के दौरान चालक दल के सदस्य प्लेन के केबिन प्रेशर को बरकरार रखने वाले स्विच को दबाना भूल गए थे. इसके चलते 166 में से 30 यात्रियों की नाक और कान से खून बहने लगा और कुछ को सिरदर्द की शिकायत हुई.
जेट एयरवेज की फ्लाइट में कान-नाक से बहा था खून, अब यात्री ने 30 लाख रुपये का मुआवजा मांगा
अब सवाल उठता है कि केबिन प्रेशर को बरकार रखने वाले स्विच को दबाना क्यों जरूरी होता है? दरअसल, ऊंचाई बढ़ने के कारण ऑक्सीजन का दबाव कम हो जाता है, जिसकी वजह से सांस लेने में परेशानी होती है. ऐसे में केबिन प्रेशर का इस्तेमाल किया जाता है. ऊंचाई में केबिन प्रेशर को मेंटेन किया जाता है, लैंड करते वक्त इसे कम किया जाता है. फ्लाइट के गर्म इंजन और हाई प्रेशराइज़्ड हवा को ब्लीड एयर कहा जाता है. इसे ठंडा कर केबिन में मौजूद हवा में मिक्स किया जाता है और Outflow Volve के जरिए केबिन में छोड़ा जाता है. इसी के जरिए हवा के लेवल को मेंटेन किया जाता है. इस प्रोसेस के बाद यात्री बिना किसी तकलीफ के 30 हजार की ऊंचाई पर भी सांस ले सकते हैं.
जब जेट एयरवेज़ की मुंबई-जयपुर फ्लाइट में अचानक यात्रियों के कान-नाक से बहने लगा खून...
आपको बता दें कि केबिन प्रेशर को मेंटेन न करने की वजह से जेट एयरवेज की मुंबई-जयपुर उड़ान के कुछ यात्रियों के कान और नाक से खून बहने लगा था. करीब 5 यात्रियों को इलाज के लिए सिटी अस्पताल भेजा गया. मगर अब इन्हीं पांच में से एक जेट एयरवेज के यात्री ने एयरलाइन से 30 लाख रुपये का मुआवजा तथा 100 अपग्रेड वाउचर्स की मांग की है. एयरलाइन के सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. यात्री ने एयरलाइन द्वारा देखभाल में कमी का आरोप लगाया है.
जेट एयरवेज़ की उस उड़ान के क्रू को ड्यूटी से हटा दिया गया है. बता दें कि कानून के तहत यदि कोई यात्री किसी एयरलाइन से यात्रा के समय घायल होता है तो एयरलाइन को उसे मुआवजा देना होता है. एक सूत्र ने कहा कि यात्री ने दावा किया है कि जेट एयरवेज ने यात्रियों का ध्यान नहीं रखा. ऐसे में उसे 30 लाख रुपये का मुआवजा तथा 100 अपग्रेड वाउचर दिए जाएं ताकि वह इकनॉमी श्रेणी के टिकट पर बिजनेस श्रेणी में यात्रा कर सके.
VIDEO: फ्लाइट में बीमार पड़े 30 से ज्यादा यात्री
जेट एयरवेज की फ्लाइट में कान-नाक से बहा था खून, अब यात्री ने 30 लाख रुपये का मुआवजा मांगा
अब सवाल उठता है कि केबिन प्रेशर को बरकार रखने वाले स्विच को दबाना क्यों जरूरी होता है? दरअसल, ऊंचाई बढ़ने के कारण ऑक्सीजन का दबाव कम हो जाता है, जिसकी वजह से सांस लेने में परेशानी होती है. ऐसे में केबिन प्रेशर का इस्तेमाल किया जाता है. ऊंचाई में केबिन प्रेशर को मेंटेन किया जाता है, लैंड करते वक्त इसे कम किया जाता है. फ्लाइट के गर्म इंजन और हाई प्रेशराइज़्ड हवा को ब्लीड एयर कहा जाता है. इसे ठंडा कर केबिन में मौजूद हवा में मिक्स किया जाता है और Outflow Volve के जरिए केबिन में छोड़ा जाता है. इसी के जरिए हवा के लेवल को मेंटेन किया जाता है. इस प्रोसेस के बाद यात्री बिना किसी तकलीफ के 30 हजार की ऊंचाई पर भी सांस ले सकते हैं.
जब जेट एयरवेज़ की मुंबई-जयपुर फ्लाइट में अचानक यात्रियों के कान-नाक से बहने लगा खून...
आपको बता दें कि केबिन प्रेशर को मेंटेन न करने की वजह से जेट एयरवेज की मुंबई-जयपुर उड़ान के कुछ यात्रियों के कान और नाक से खून बहने लगा था. करीब 5 यात्रियों को इलाज के लिए सिटी अस्पताल भेजा गया. मगर अब इन्हीं पांच में से एक जेट एयरवेज के यात्री ने एयरलाइन से 30 लाख रुपये का मुआवजा तथा 100 अपग्रेड वाउचर्स की मांग की है. एयरलाइन के सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. यात्री ने एयरलाइन द्वारा देखभाल में कमी का आरोप लगाया है.
जेट एयरवेज़ की उस उड़ान के क्रू को ड्यूटी से हटा दिया गया है. बता दें कि कानून के तहत यदि कोई यात्री किसी एयरलाइन से यात्रा के समय घायल होता है तो एयरलाइन को उसे मुआवजा देना होता है. एक सूत्र ने कहा कि यात्री ने दावा किया है कि जेट एयरवेज ने यात्रियों का ध्यान नहीं रखा. ऐसे में उसे 30 लाख रुपये का मुआवजा तथा 100 अपग्रेड वाउचर दिए जाएं ताकि वह इकनॉमी श्रेणी के टिकट पर बिजनेस श्रेणी में यात्रा कर सके.
VIDEO: फ्लाइट में बीमार पड़े 30 से ज्यादा यात्री
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