इंस्पिरेशन लेने के लिए हमेशा किसी अनुभवी या सफल इंसान को देखने की जरूरत नहीं पड़ती. कई बार एक छोटा सा बच्चा भी आपकी निराशा को आशा में बदल सकता है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आज हम आपको एक ऐसे ही बच्चे के जुनून की तस्वीर दिखाने जा रहे हैं जिसके मन में कहीं ना कहीं शतरंज के ग्रैंड मास्टर स्वेन मैग्नस कार्लसन बनने की ख्वाहिश छिपी हुई है. दरअसल इन दिनों सोशल मीडिया पर तमिलनाडु के शहर Hosur में हुए चेस कॉम्पटीशन के पहले की एक तस्वीर वायरल हो रही है. इस तस्वीर में वैसे तो कुर्सी पर बैठे हुए कई बच्चे नजर आ रहे हैं लेकिन नजर उस एक बच्चे पर जाकर कह रही है जो बेहद गहरी नींद में सो रहा है. आखिर क्यों चलिए आपको बताते हैं.
A recent school chess competition in Hosur had 1600 kids from all over. This boy traveled all night by bus (changing buses twice) then walked from the depot. Took a nap before the match. Wants to be the next Magnus. Kids like him shape India's future. He's my #MondayMotivation pic.twitter.com/1WhlapiLCn
— anand mahindra (@anandmahindra) February 27, 2023
इसे कहते हैं कुछ कर दिखाने का जुनून
सोशल मीडिया पर आए दिन ढेरों तस्वीरें और वीडियोस वायरल होते रहते हैं लेकिन उनमें से कुछ, लोगों को इंस्पायर कर जाते हैं. इस तस्वीर को भी अगर आप गौर से देखेंगे तो इस मैं भी आपको मोटिवेशन नजर आएगा. दरअसल कुर्सी पर बैठे बैठे सो रहे बच्चे ने लोगों को मंडे मोटिवेशन दिया है. दरअसल तमिलनाडु के होसुर में होने वाले चेस कॉम्पटीशन में पहुंचने के लिए इस बच्चे ने रात भर कई किलोमीटर का सफर तय किया. एक नहीं बल्कि दो-दो बस बदलकर यह बच्चा उस जगह पर पहुंचा जहां कॉम्पटीशन होने वाला था. छोटा सा मासूम बच्चा रात भर का जगा हुआ है ऐसे में मैच शुरू होने से पहले झपकी लेकर यह बच्चा खुद को रिफ्रेश करने की कोशिश कर रहा है. जाहिर है यह बच्चे का जोश और जुनून ही था जिसने उसे इतनी हिम्मत दी कि रात भर लंबी दूरी तय करने के बावजूद बच्चे के मन में चेस चैंपियन बनने की ख्वाहिश भी है और क्षमता भी.
खुद महिंद्रा कंपनी के चेयरमैन आनंद महिंद्रा हुए बच्चे से मोटिवेट
महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से इस तस्वीर को शेयर किया है. फोटो शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन में लिखा, 'होसुर में हाल ही में एक स्कूल शतरंज प्रतियोगिता में 1600 बच्चे शामिल हुए थे. इस लड़के ने पूरी रात बस से यात्रा की दो बार बसें बदलकर फिर डिपो से चल दिया. मैच से पहले झपकी ली. अगला मैग्नस बनना चाहता है. उनके जैसे बच्चे भारत के भविष्य को आकार देते हैं. वो मेरा मंडे मोटिवेशन है'. इस तस्वीर को देखकर इंटरनेट यूजर्स ने भी बच्चे की खूब तारीफ की. एक ने लिखा, 'सफल होने के लिए समर्पण और भूख'. तो एक ने लिखा, ट्रूली इंस्पायरिंग.
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