लंदन:
फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने हाल ही फेसबुक पर यह भले ही घोषणा की है कि वे विवाहित हैं पर ब्रिटेन के एक सर्वे के अनुसार दुनियाभर में एक तिहाई तलाकों के पीछे फेसबुक का हाथ है।
सर्वे के अनुसार, तलाक का आवेदन करने वाले दंपति अपने साथी के फेसबुक पर उनके व्यवहार की शिकायत कर रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा अनुचित संदेशों को भेजने की शिकायतें हैं।
संस्था ने पिछले साल के पांच हजार तलाक के आवेदनों का अध्ययन किया और पाया कि 33 प्रतिशत से अधिक तलाक आवेदन फेसबुक के कारण ही हुए हैं। सन् 2009 में यह प्रतिशत 20 था।
डेली मेल से डाइवर्स ऑनलाइन के प्रवक्ता मार्क कीनन ने कहा कि यदि किसी को फ्लर्ट करना है तो फेसबुक सबसे ज्यादा आसान माध्यम है।
अमेरिकन ऐकेडमी ऑफ मेट्रमोनियल लॉयर्स का कहना है कि 80 प्रतिशत वकीलों का भी मानना है कि सोशल नेटवर्किंग के कारण तलाक के आवेदन बढ़े हैं।
‘फेसबुक एंड योर मैरिज’ पुस्तक लिखने वाले के जैसन क्राफस्की का कहना है कि पहले सालों या कई महीनों में पनपने वाले अफेयर अब सिर्फ कुछ क्लिक से संभव हो गए हैं। अध्ययन में यह भी पाया गया कि तलकशुदा लोग भी अपने पूर्व साथी के बारे में फेसबुक पर टिप्पणियां कर रहे हैं।
सर्वे के अनुसार, तलाक का आवेदन करने वाले दंपति अपने साथी के फेसबुक पर उनके व्यवहार की शिकायत कर रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा अनुचित संदेशों को भेजने की शिकायतें हैं।
संस्था ने पिछले साल के पांच हजार तलाक के आवेदनों का अध्ययन किया और पाया कि 33 प्रतिशत से अधिक तलाक आवेदन फेसबुक के कारण ही हुए हैं। सन् 2009 में यह प्रतिशत 20 था।
डेली मेल से डाइवर्स ऑनलाइन के प्रवक्ता मार्क कीनन ने कहा कि यदि किसी को फ्लर्ट करना है तो फेसबुक सबसे ज्यादा आसान माध्यम है।
अमेरिकन ऐकेडमी ऑफ मेट्रमोनियल लॉयर्स का कहना है कि 80 प्रतिशत वकीलों का भी मानना है कि सोशल नेटवर्किंग के कारण तलाक के आवेदन बढ़े हैं।
‘फेसबुक एंड योर मैरिज’ पुस्तक लिखने वाले के जैसन क्राफस्की का कहना है कि पहले सालों या कई महीनों में पनपने वाले अफेयर अब सिर्फ कुछ क्लिक से संभव हो गए हैं। अध्ययन में यह भी पाया गया कि तलकशुदा लोग भी अपने पूर्व साथी के बारे में फेसबुक पर टिप्पणियां कर रहे हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं