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इस बार तीन खगोलीय घटनाएं एक साथ हो रही हैं
चांद के तीनों कलेवर सुपरमून, ब्लूमून और रेडमून एक साथ दिखेंगे
इससे पहले ऐसा चंद्रग्रहण 1982 में दिखा था
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1. इस बार एक साथ तीन खगोलीय घटनाएं हो रही हैं- ब्लडमून, सुपरमून, और ब्लूमून.
2. चांद जब अपनी कक्षा में पृथ्वी से सबसे नजदीक होता है तो सामान्य से ज्यादा बड़ा और चमकीला दिखता है. इसे सुपरमून कहते हैं.
3. आम तौर पर दो पूर्णिमा के बीच 29 दिन का फर्क होता है. ऐसे में एक ही महीने में दो पूर्णिमा होना दुर्लभ है, लेकिन ऐसा होने की स्थिति को ही ब्लूमून कहते हैं. दो जनवरी को भी पूर्णिमा थी.
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4. चंद्रग्रहण के दौरान चांद लाल दिखता है जिसे ब्लड मून अर्थात रक्तिम चांद कहा जाता है.
5. इससे पहले ऐसा चंद्रग्रहण 1982 में दिखा था जब नीला चांद और पूर्ण चंद्रग्रहण एक साथ भारत में दिखे थे.
6. चंद्रग्रहण 4 बजकर 21 मिनट पर शुरू हो चुका है. यही वो समय था जब चांद ने पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश किया.
7. शाम 6 बजकर 21 मिनट पर पृथ्वी की छाया चांद पर होगी और अंधेरा छाया रहेगा.
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8. शाम 7 बजकर 37 मिनट रक्तिम चांद दिखेगा.
9. रात 9 बजकर 38 मिनट चंद्रग्रहण खत्म हो जाएगा, जब चांद धरती की छाया से निकल जाएगा.
10. भारत में 76 मिनट के लिए लोग बिना टेलीस्कोप या किसी अन्य उपकरण की मदद के अपनी आंखों से सीधे इस दुर्लभ खगोलीय घटना को देख सकेंगे.
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