बिहार का मोगली कटिहार जिले का रहने वाला है. तस्वीर: फिल्म द जंगल बुक की तस्वीर को प्रतीकात्मक के रूप में लिया गया है.
कटिहार:
उत्तर प्रदेश के बहराइच के जंगल में बंदरों के साथ मिली मंदबुद्धी बच्ची को मीडिया में 'मोगली' बताया गया था, लेकिन अब पड़ोसी राज्य बिहार में एक सच्ची घटना सामने आई है. यहां के कटिहार जिले की एक सात साल के बच्चे को पशु-पक्षियों से इतना प्यार है कि लोग उसे मोगली कहते हैं. इस बच्चे के साथ न केवल पशु-पक्षी बातें करते हैं, बल्कि वे अपनी भावनाओं को भी बांटते हैं. भोला नाम का यह बच्चा सोमवार को एक कोयल को बचाने के लिए विशालकाय पेड़ की ऊपरी टहनी पर चढ़ गया. बताया जा रहा है कि वह बच्चा पेड़ पर करीब 50 फीट की ऊंचाई पर चढ़ गया था. लोगों ने जब उसे पेड़ के उस हिस्से पर चढ़ा हुआ देखा तो उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भोला के नीचे आने पर लोगों ने पूछा की वह ऊपर क्यों गया था तो उसने बताया कि उसने देखा कि एक कोयल का बच्चा उड़ना सिख रहा था, तभी उसके पंख पत्तों के बीच में फंस गए थे. काफी देर कोशिश करने के बाद भी कोयल का बच्चा वहां से निकल नहीं पा रहा था. इसके बाद उसने उस कोयल को बचाने के लिए पेड़ पर चढ़ गया.
कटिहार जिले के फलका के रहने वाले भोला के इस कारनामे की इलाके में काफी चर्चा हो रही है. लोग उसे मोगली कहकर पुकारने लगे हैं. गांव के लोगों का कहना है कि भोला को बचपन से ही पशु-पक्षियों से प्यार है. वह पक्षियों जैसी आवाजें भी निकालता है. उसके एक इशारे पर पक्षियां छत पर एकत्र हो जाती हैं. कटिहार के सीओ जगन्नाथ चौधरी ने भी भोला नाम के इस बच्चे के कारनामे की पुष्टि की है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भोला के नीचे आने पर लोगों ने पूछा की वह ऊपर क्यों गया था तो उसने बताया कि उसने देखा कि एक कोयल का बच्चा उड़ना सिख रहा था, तभी उसके पंख पत्तों के बीच में फंस गए थे. काफी देर कोशिश करने के बाद भी कोयल का बच्चा वहां से निकल नहीं पा रहा था. इसके बाद उसने उस कोयल को बचाने के लिए पेड़ पर चढ़ गया.
कटिहार जिले के फलका के रहने वाले भोला के इस कारनामे की इलाके में काफी चर्चा हो रही है. लोग उसे मोगली कहकर पुकारने लगे हैं. गांव के लोगों का कहना है कि भोला को बचपन से ही पशु-पक्षियों से प्यार है. वह पक्षियों जैसी आवाजें भी निकालता है. उसके एक इशारे पर पक्षियां छत पर एकत्र हो जाती हैं. कटिहार के सीओ जगन्नाथ चौधरी ने भी भोला नाम के इस बच्चे के कारनामे की पुष्टि की है.