इस हफ्ते एक विशाल क्षुद्रग्रह बिल्कुल धरती के करीब से गुजरा. उससे एक दिन पहले खगोल विज्ञानियों को उसका पता चला था. नासा का अनुमान है कि यह क्षुद्रग्रह 48-110 मीटर चौड़ा था और उस क्षुद्रग्रह से 3.6 गुणा बड़ा था जिसने 1908 में तुंगुस्का में धरती से टकराने पर 2000 वर्ग किलोमीटर साईबेरिया वन को समतल बना दिया था.
नासा के सेंटर फोर नीयर अर्थ ओब्जेक्ट्स स्टडीज ( सीएनईओएस ) के अनुसार 2018 जीई 3 नामक यह क्षुद्रग्रह 15 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय समयानुसार करीब छह बजकर 41 मिनट पर ( भारतीय समयानुसार रात 12 बजकर 11 मिनट पर ) धरती से 192,000 किलोमीटर की दूरी पर गुजरा. यह दूरी धरती और चंद्रमा के बीच की औसत दूरी का करीब आधा है.
अमेरिका के एरिजोना विश्वविद्यालय में नासा केंद्र कैटालीना स्काई सर्वे में खगोलविज्ञानियों को 14 अप्रैल 2018 को जीई 3 नजर आया था. उसके करीब 21 घंटे बाद वह पृथ्वी के करीब से गुजरा.
नासा के सेंटर फोर नीयर अर्थ ओब्जेक्ट्स स्टडीज ( सीएनईओएस ) के अनुसार 2018 जीई 3 नामक यह क्षुद्रग्रह 15 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय समयानुसार करीब छह बजकर 41 मिनट पर ( भारतीय समयानुसार रात 12 बजकर 11 मिनट पर ) धरती से 192,000 किलोमीटर की दूरी पर गुजरा. यह दूरी धरती और चंद्रमा के बीच की औसत दूरी का करीब आधा है.
अमेरिका के एरिजोना विश्वविद्यालय में नासा केंद्र कैटालीना स्काई सर्वे में खगोलविज्ञानियों को 14 अप्रैल 2018 को जीई 3 नजर आया था. उसके करीब 21 घंटे बाद वह पृथ्वी के करीब से गुजरा.
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