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This Article is From Aug 16, 2021

हमारा देश बर्बाद हो गया है, हमारी आज़ादी छिन गई... ये कह कर रोने लगा अफगानिस्तानी छात्र

अफगानिस्तान बर्बाद हो गया है. तालिबानियों ने कब्ज़ा कर लिया है. देश की स्थिति दयनीय हो गई है. लोग डर से अपने देश छोड़कर भाग रहे हैं. मगर सवाल उठ रहा है कि इतने लोग छोड़ कर जाएंगे कहां?

हमारा देश बर्बाद हो गया है, हमारी आज़ादी छिन गई... ये कह कर रोने लगा अफगानिस्तानी छात्र
अफगानी छात्र बहुत निराश और हताश लग रहे हैं

अफगानिस्तान (Afganistan) बर्बाद हो गया है. तालिबानियों (Taliban) ने कब्ज़ा कर लिया है. देश की स्थिति दयनीय हो गई है. लोग डर से अपने देश छोड़कर भाग रहे हैं. मगर सवाल उठ रहा है कि इतने लोग छोड़ कर जाएंगे कहां? वर्ल्ड बैंक (World bank) की एक रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान की आबादी 3 करोड़ 90 लाख है. ये सभी लोग तालिबानियों के कब्ज़े में आ चुके हैं.वहां के रहवासियों को भविष्य की चिंता है. भारत में 25 से 30 हज़ार अफगानिस्तान (Afganistan People in India) के लोग रहते हैं. करीब भारत में हज़ारों छात्र स्कॉलरशिप (Afganistan Students) की मदद से पढ़ाई भी करते हैं. कई छात्रों की डिग्री भी पूरी होने वाली है, ऐसे में उनको चिंता सता रही है कि वो अफगानिस्तान कैसे जाएं. एनडीटीवी ने इस मुद्दे पर अफगानिस्तान के छात्रों से बात की.

बातचीत के दौरान छात्रों ने बताया कि अफगानिस्तान बर्बाद हो चुका है. यहां की आज़ादी छीन गई है. 20 साल में जो भी विकास हुआ अब ख़त्म हो चुका है. हमने तालिबान शासन को देखा है, ये जुल्म करता है. हमारी ज़िंदगी अंधेरे में हैं. फहीम (बदला हुआ नाम) बता रहे हैं. कि हम नाउम्मीद हो चुके हैं. हमारे पास इंडियन डिग्री है, तालिबान भारत से नफ़रत करता है. इस वजह से हमारी डिग्री की कोई वैल्यू नहीं है. अफगानिस्तान के छात्र तालिबान को बिल्कुल पसंद नहीं करते हैं. हमारे जैसे अफगानी छात्र प्रयास कर रहे हैं कि हम भारत में ही रहें, मगर डिप्लोमैटिक समस्याएं आ रही हैं. तालिबान के कैप्चर करने के बाद अफगानिस्तान में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था, मगर अब पहले जैसा ही है. हमारी फैमिली अफगानिस्तान में है. हमें उनकी चिंता है और वो भी हमारी चिंता कर रहे हैं. हम मानसिक रूप से परेशान है. हमारे लिए कोई रास्ता बचा भी नहीं है. हमें अफगानिस्तान जाना ही पड़ेगा.

एनडीटीवी से बातचीत करते हुए अफगानी छात्र बहुत निराश और हताश लग रहे थे. बातचीत में छात्र ने बताया कि हमें भारतीय छात्र बहुत सपोर्ट कर रहे हैं. वो हमारे लिए रास्ता निकालने की कोशिश कर रहे हैं, मगर नहीं हो पा रहा. LongWarJournal के संपादक ने एक ट्वीट के ज़रिए जानकारी दी कि तालिबानियों ने अफगानिस्तान के 34 में से 25 प्रांतों पर अपना कब्ज़ा कर लिया है.

हालांकि फहीम जैसे छात्रों के लिए भारत की तरफ से आवाज़ भी उठाई जा रही है. लोग सोशल मीडिया के ज़रिए भारत सरकार से अपील कर रहे हैं कि अफगानिस्तान को मदद की ज़रूरत है. अगर हम समय पर मदद कर देते हैं तो इतिहास हमेशा हमें याद रखेगा.

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