
- अमेरिका की सैन्य शक्ति ईरान जैसे क्षेत्रीय विरोधियों के खिलाफ काफी मजबूत है.
- अमेरिकी वायुसेना के पास अत्याधुनिक स्टील्थ लड़ाकू विमानों की भरपूर संख्या है.
- F-22 रैप्टर ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम को भेदने में सक्षम है.
- B-2 स्पिरिट बॉम्बर गहरे ठिकानों पर बिना पकड़े हमला करने में माहिर है.
सैन्य शक्ति (Military Power) के मामले में अमेरिका (US) दुनिया के कई देशों से आगे है. खासकर ईरान (Iran) जैसे किसी भी क्षेत्रीय विरोधी और दुश्मन देशों के खिलाफ, अमेरिका की सबसे बड़ी ताकत (America's biggest strength) उसकी बेजोड़ वायु शक्ति (Strong Air Power) है. अमेरिकी वायुसेना (US Air Force) और नौसेना (US Navy) के पास ऐसे लड़ाकू और बॉम्बर विमान (Fighter and Bomber Aircraft) हैं जो किसी भी हवाई रक्षा प्रणाली (Air Defense System) को भेदने में सक्षम हैं.
F-22 रैप्टर
यह दुनिया का सबसे उन्नत स्टील्थ लड़ाकू विमान माना जाता है. यह रडार की पकड़ में नहीं आता और हवाई युद्ध में लगभग अजेय है. इसकी गति और पैंतरेबाजी इसे बेजोड़ बनाती है. यह ईरान के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ कर उसके एयर डिफेंस सिस्टम और महत्वपूर्ण ठिकानों को नष्ट करने में सक्षम है.
F-35 लाइटनिंग
यह एक बहुउद्देशीय (multi-role) स्टील्थ लड़ाकू विमान है, जो हवाई श्रेष्ठता, टोही (reconnaissance), और जमीनी हमले तीनों में माहिर है. यह उन्नत सेंसर और नेटवर्किंग क्षमताओं से लैस है. ईरान के मिसाइल साइट्स, कमांड सेंटर और सैन्य प्रतिष्ठानों पर सटीक हमले करने में महत्वपूर्ण. इसकी स्टील्थ क्षमता इसे ईरानी रडार से बचाएगी.
B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर (B-2 Spirit Stealth Bomber)
इसे 'अदृश्य विनाशक' कहा जाता है. यह लंबी दूरी तक परमाणु और पारंपरिक दोनों तरह के भारी बम ले जा सकता है, और रडार की पकड़ में आए बिना दुश्मन के गहरे ठिकानों पर हमला कर सकता है. ईरान के सबसे मजबूत बंकरों, भूमिगत परमाणु सुविधाओं और रणनीतिक लक्ष्यों को निशाना बनाने में सक्षम.
एयरक्राफ्ट कैरियर्स (Aircraft Carriers)
अमेरिकी नौसेना के पास दुनिया के सबसे बड़े और शक्तिशाली एयरक्राफ्ट कैरियर्स का बेड़ा है (जैसे निमित्ज और फोर्ड क्लास). हर कैरियर अपने आप में एक तैरता हुआ हवाई अड्डा होता है, जिस पर 70-90 लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर तैनात होते हैं. फारस की खाड़ी और अरब सागर में अमेरिकी वायु शक्ति को सीधे ईरान के करीब लाने में ये निर्णायक हैं, जिससे तेजी से हवाई हमले किए जा सकते हैं.
मिसाइल पावर की बात करें तो यह अचूक और घातक निशाने के लिए जाना जाता है. अमेरिका की मिसाइल शक्ति भी बेजोड़ है, जो लंबी दूरी से सटीक और विनाशकारी हमले करने में सक्षम है.
टॉमहॉक क्रूज मिसाइल
यह लंबी दूरी की, सबसोनिक क्रूज मिसाइल है जिसे नौसेना के जहाजों और पनडुब्बियों से लॉन्च किया जाता है. यह सटीक हमलों के लिए डिजाइन की गई है और सभी मौसम में काम करती है. ईरान के तटवर्ती ठिकानों, वायु रक्षा प्रणालियों और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों पर 'स्टैंड-ऑफ' दूरी से हमला करने के लिए आदर्श है.
JASSM-ER (Joint Air-to-Surface Standoff Missile– Extended Range)
यह एक लंबी दूरी की, स्टील्थ एयर-लॉन्च क्रूज मिसाइल है, जिसे लड़ाकू विमानों (जैसे F-15, F-16, B-1, B-52) से दागा जाता है. इसकी विस्तारित रेंज इसे विमानों को दुश्मन के हवाई क्षेत्र में घुसे बिना हमला करने की अनुमति देती है. ईरान के भीतर के गहरे ठिकानों, सैन्य अड्डों और कमांड सेंटरों पर दूर से हमला करने के लिए प्रभावी.
पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम (Patriot Missile Defense System)
यह एक उन्नत सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है, जिसे दुश्मन की बैलिस्टिक मिसाइलों, क्रूज मिसाइलों और विमानों को इंटरसेप्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है. ईरान के संभावित मिसाइल और ड्रोन हमलों से अमेरिकी सैन्य ठिकानों और सहयोगी देशों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण.
अब बात करते हैं नेवल पावर की. अमेरिका खुद को समुद्र का अजेय योद्धा भी मानता है . फारस की खाड़ी और अरब सागर में अमेरिका की नौसेना की उपस्थिति उसकी सबसे बड़ी रणनीतिक संपत्ति है.
अर्ले बर्क-क्लास डिस्ट्रॉयर (Arleigh Burke-Class Destroyer)
ये बहुउद्देशीय युद्धपोत हैं जो मिसाइलों और विमानों को इंटरसेप्ट करने, पनडुब्बी रोधी युद्ध और सतह पर हमला करने में सक्षम हैं. ये एजिस कॉम्बैट सिस्टम से लैस हैं, जो इन्हें एक साथ कई खतरों से निपटने की क्षमता देता है. फारस की खाड़ी में अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर्स की सुरक्षा, मिसाइल रक्षा प्रदान करना और ईरान के तटीय ठिकानों पर हमला करना.
वर्जीनिया/ओहायो-क्लास पनडुब्बियां (Virginia/Ohio-Class Submarines)
ये परमाणु शक्ति से चलने वाली पनडुब्बियां हैं जो पानी के नीचे लंबे समय तक रह सकती हैं. वर्जीनिया क्लास पनडुब्बियां बहुउद्देशीय हैं, जबकि ओहायो क्लास में बड़ी संख्या में टॉमाहॉक मिसाइलें (SSGNs) या परमाणु बैलिस्टिक मिसाइलें (SSBNs) हो सकती हैं. ईरान के पानी के नीचे के ठिकानों पर हमला, गुप्त टोही मिशन और टोमाहॉक क्रूज मिसाइलों के साथ बड़े पैमाने पर हमला करने की क्षमता.
स्पेशल ऑप्स और साइबर वारफेयर: अदृश्य युद्ध
अमेरिका की फायरपावर सिर्फ पारंपरिक हथियारों तक सीमित नहीं है. उसके पास ऐसी क्षमताएं भी हैं जो 'अदृश्य युद्ध' में निर्णायक हो सकती हैं. स्पेशल ऑपरेशंस फोर्सेस . खासियतों की बात करें तो डेल्टा फोर्स, नेवी सील्स जैसी अमेरिकी स्पेशल फोर्सेस अत्यधिक प्रशिक्षित हैं और गुप्त मिशनों, तोड़फोड़, टोही और दुश्मन के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निष्क्रिय करने में माहिर हैं. ईरान के अंदर विशेष मिशनों को अंजाम देना, महत्वपूर्ण लक्ष्यों पर गुप्त हमले करना और खुफिया जानकारी इकट्ठा करना.
साइबर वारफेयर क्षमताएं
अमेरिका के पास दुनिया की सबसे उन्नत साइबर युद्ध क्षमताएं हैं, जो दुश्मन के नेटवर्क, संचार प्रणालियों और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों को बाधित या नष्ट कर सकती हैं. ईरान के सैन्य कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम, एयर डिफेंस नेटवर्क और मिसाइल लॉन्च क्षमताओं को अक्षम करना, जिससे उसकी जवाबी कार्रवाई की क्षमता कम हो जाए.
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