पूर्व आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री जॉन हॉवर्ड ने आस्ट्रेलिया द्वारा भारत को यूरेनियम बेचने पर लगा प्रतिबंध हटाने के दिए गए संकेत का समर्थन किया।
नई दिल्ली:
पूर्व आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री जॉन हॉवर्ड ने शनिवार को आस्ट्रेलिया सरकार द्वारा भारत को यूरेनियम बेचने पर लगा प्रतिबंध हटाने के दिए गए संकेत का समर्थन किया और कहा कि यदि 2007 में उनकी सरकार फिर से चुनी जाती तो वह भी ऐसा ही फैसला लेते। हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप सम्मेलन में यहां एक सवाल-जवाब सत्र में जॉन हॉवर्ड ने कहा कि 2006 में भारत यात्रा के दौरान उनकी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ इस विषय पर वार्ता हुई थी और दोनों के बीच यूरेनियम बिक्री पर एक सहमति कायम हुई थी। उन्होंने कहा, "मैं आस्ट्रेलियाई सरकार के इस संकेत का समर्थन करता हूं कि वह भारत को यूरेनियम बेचने पर लगे प्रतिबंध को हटा लेगी।" आस्ट्रेलिया की प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से आसियान और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के दौरान एक मुलाकात में कहा था कि वह भारत को यूरेनियम बेचे जाने पर लगे प्रतिबंध हटाने के अपने विचार पर आगे काम करेगी। गिलार्ड ने पहले यह भी कहा था कि सत्ताधारी लेबर पार्टी भारत को यूरेनियम बेचे जाने का समर्थन नहीं करती, क्योंकि उसने परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किया है, लेकिन समय आ गया है कि इस रुख को बदला जाए। हॉवर्ड ने कहा कि वह इस विचार का समर्थन करते हैं लेकिन इस प्रक्रिया में चार साल व्यर्थ बीत गए। उन्होंने कहा, "यह बेवकूफी भरी बात है कि हम चीन और रूस को यूरेनियम बेच सकते हैं, लेकिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को यूरेनियम नहीं बेच सकते।"