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This Article is From May 23, 2016

जानिए डेविड कैमरून को अपनी ही पार्टी से क्यों भिड़ना पड़ा?

जानिए डेविड कैमरून को अपनी ही पार्टी से क्यों भिड़ना पड़ा?
लंदन: ब्रिटेन के पीएम डेविड कैमरन को अपनी ही पार्टी के लोगों से भिड़ना पड़ा जब ब्रिटेन के यूरोपीय यूनियन (ईयू) में शामिल होने संबंधी जनमत संग्रह मामले में वे उन दावों का खंडन कर रहे थे कि वे तुर्की को ईयू में शामिल करने से रोक नहीं पाएंगे।


कैमरन ब्रिटेन के ईयू में शामिल होने के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं
कैमरन ब्रिटेन के ईयू में शामिल होने के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं जिसका जनमत संग्रह 23 जून को होना है। इस जनमत संग्रह के नतीजे का ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था, खासतौर पर उसके विदेशी व्यापार और अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक कद पर गहरा असर पड़ेगा।

कंजरवेटिव पार्टी के कई लोग ईयू को छोड़ने की पैरवी कर रहे हैं
लेकिन कंजरवेटिव पार्टी के कई लोग जिनमें कई मंत्री भी शामिल हैं ईयू को छोड़ने की पैरवी कर रहे हैं। उनके अनुसार यूरोप से कुछ पुराने विवाद समस्या पैदा कर कैमरन को शासन करने लायक नहीं रहने देंगे।  पिछले छह में से सात मतदानों मे पिछड़ने के बाद 'बाहर' रहने वाले अभियानकर्ता अब इस मुद्दे के एक संवेदनशील पहलु इमिग्रेशन यानि
आप्रवासन को भुनाना चाहते हैं।

सरकार के मंत्रियों के विरोधी बयान पैदा कर रहे हैं परेशानी
'ईयू छोड़ने' के समर्थक वोटर का मानना है कि ब्रिटेन के शामिल होने से यहां तुर्की से आने वाले शरणार्थी ब्रिटेन आने लगेंगे जिससे हमारे सुरक्षा खतरे बढ़ जाएंगे और हम कुछ कह भी नहीं पाएंगे। 'मुझे नहीं लगता कि ईयू तुर्की को जुड़ने से रोक पाएगा।' कैमरन सरकार के एक रक्षा मंत्री पेनी मोरडॉन्ट ने बीबीसी को बताया।

कैमरन को आना पड़ा इन बयानों का जवाब देने
कैमरन,  जो अब तक अपने ही मंत्रियों से सीधे बहस करने से बच रहे थे, को टीवी शो के इंटरव्यू में मोरडॉन्ट की आलोचना कर 'पूरी तरह गलत' बताना पड़ा। कैमरन ने कहा "ये एक तथ्य है कि ब्रिटेन और ईयू के दूसरों देशों को किसी अन्य देश के जुड़ने को वीटो करने का अधिकार है। मुझे लगता है कि 'ईयू छोड़ने वाले समर्थकों को ऐसी सीधी गलत बातों को छोड़ कर अब ईयू छोड़ने के बड़े कारणों पर बहस करनी चाहिए।"

उन्होंने इस विचार को भी खारिज कर दिया कि तुर्की ईयू से जल्दी जुड़ पाएगा। उन्होंने मजाक में कहा जैसी अभी तुर्की की प्रक्रिया चल रही है तुर्की ईयू से सन 3000 तक ही जुड़ पाएगा।

मंहगी हो जाएंगी खाद्य पदार्थों की कीमतें
कैमरन ने वोटरों को चेतावनी देते हुए बताया कि एक स्वतंत्र अध्ययन के मुताबिक ईयू छोड़ने से खाद्य पदार्थों की कीमतों मे वृद्धि हो जाएगी क्योंकि पाऊंडस्टर्लिंग की कीमत गिर जाएगी जिससे आयात मंहगा हो जाएगा और दुकानों में कीमतें बढ़ जाएंगी। उनका यह बयान 'ईयू से जुड़नेवालों' की रणनीति में एक तरह का बदलाव समझा जा सकता है जिसमें ईयू से जुढ़ने पर देश में अर्थव्यवस्था नाकरिकों के दैनिक जीवन पर प्रभावी असर पर जोर दिया जा रहा है।

कितनी बढ़ेंगी कीमतें?
ये चेतावनी उस सरकारी विश्लेषण के बाद आई है जिसमें ईयू से ना जुड़ने का ब्रिटिश नागरिकों पर असर का जिक्र है। इसमें स्टर्लिंग की कीमत 12 प्रतिशत गिरने का अनुमान बताया गया है। विश्लेषण में बताया गया है कि एक औसत परिवार में खाने पीने का खर्च प्रति सप्ताह लगभग 3 प्रतिशत या प्रतिवर्ष 120 पाऊंड ($175) तक बढ़ जाएगा। इसी तरह कपड़ों और फुटवियर्स में कीमल 5 प्रतिशत या 100 पाऊंड प्रतिवर्ष बढ़ सकती है।

यकीन नहीं है विरोधियों को
हालाकि विरोधियों का मानना है कि विश्लेषण विवादास्पद है और कीमतें ईयू की नीतियों की वजह से बढ़ेंगी।



 

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