उबर के ट्रैविस कलानिक ने आर्थिक सलाहकार परिषद से इस्तीफा दिया
अमेरिका की एप आधारित टैक्सी कंपनी उबर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ट्रैविस कलानिक ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आर्थिक सलाहकार परिषद से इस्तीफा दे दिया है. न्यूयॉर्क पोस्ट की खबर के मुताबिक, कलानिक ने गुरुवार को उबर कर्मचारियों को भेजे एक ईमेल में इसकी जानकारी दी है. कलानिक ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा 'गुरुवार को मेरी राष्ट्रपति से आव्रजन संबंधी कार्यकारी आदेश और इससे हमारे समुदाय के समक्ष समस्याओं पर बात हुई.'
कलानिक ने कहा 'मैंने उन्हें यह भी बताया कि मैं इस आर्थिक परिषद का हिस्सा नहीं बन पाऊंगा. समूह का हिस्सा बनना राष्ट्रपति या उनके एजेंडे का समर्थन करना नहीं है लेकिन दुर्भाग्यवश इसे इसी संदर्भ में समझा जा रहा है.' उबर के सीईओ को पिछले कुछ दिनों में ट्रंप प्रशासन के लिए काम करने की वजह से अत्यधिक आलोचना का सामना करना पड़ा है. उग्र ग्राहकों ने 'डिलीट उबर मूवमेंट' शुरू किया है.
हालांकि कलानिक के इस फैसले पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. वहीं कलानिक के इस फैसले से अन्य कंपनियों के सीईओ पर भी शुक्रवार को ट्रंप के साथ होने वाली बैठक में शामिल न होने का दबाव बढ़ सकता है. जनरल मोटर्स कंपनी ने कहा है कि उनके सीईओ मीटिंग में जाएंगे, वहीं वॉल्ट डिज़नी ने मंगलवार को ही साफ कर दिया था कि उनकी पहले से कहीं और मीटिंग योजनागत है इसलिए वह इस परिषद की बैठक में नहीं जा पाएंगे. इनके अलावा जेपी मोर्गन, ब्लैकस्टोन ग्रुप, आईबीएम और वॉल मार्ट स्टोर्स के सीईओ भी इस परिषद में सलाहकार हैं.
कलानिक के अलग होने से तकनीकी कंपनियों और वॉशिंगटन के बीच में दरार आने के संकेत हैं. बैटरी वेंचर्स के जनरल पार्टनर नीरज अग्रवाल के मुताबिक 'ट्रंप और सिलिकॉन वैली के बीच एक तरह से जंग का माहौल बन रहा है. ट्रंप प्रशासन, टेक की आर्थिक गतिविधियों को ज्यादा तवज्जो देता दिखाई नहीं दे रहा है.'
कलानिक ने कहा 'मैंने उन्हें यह भी बताया कि मैं इस आर्थिक परिषद का हिस्सा नहीं बन पाऊंगा. समूह का हिस्सा बनना राष्ट्रपति या उनके एजेंडे का समर्थन करना नहीं है लेकिन दुर्भाग्यवश इसे इसी संदर्भ में समझा जा रहा है.' उबर के सीईओ को पिछले कुछ दिनों में ट्रंप प्रशासन के लिए काम करने की वजह से अत्यधिक आलोचना का सामना करना पड़ा है. उग्र ग्राहकों ने 'डिलीट उबर मूवमेंट' शुरू किया है.
हालांकि कलानिक के इस फैसले पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. वहीं कलानिक के इस फैसले से अन्य कंपनियों के सीईओ पर भी शुक्रवार को ट्रंप के साथ होने वाली बैठक में शामिल न होने का दबाव बढ़ सकता है. जनरल मोटर्स कंपनी ने कहा है कि उनके सीईओ मीटिंग में जाएंगे, वहीं वॉल्ट डिज़नी ने मंगलवार को ही साफ कर दिया था कि उनकी पहले से कहीं और मीटिंग योजनागत है इसलिए वह इस परिषद की बैठक में नहीं जा पाएंगे. इनके अलावा जेपी मोर्गन, ब्लैकस्टोन ग्रुप, आईबीएम और वॉल मार्ट स्टोर्स के सीईओ भी इस परिषद में सलाहकार हैं.
कलानिक के अलग होने से तकनीकी कंपनियों और वॉशिंगटन के बीच में दरार आने के संकेत हैं. बैटरी वेंचर्स के जनरल पार्टनर नीरज अग्रवाल के मुताबिक 'ट्रंप और सिलिकॉन वैली के बीच एक तरह से जंग का माहौल बन रहा है. ट्रंप प्रशासन, टेक की आर्थिक गतिविधियों को ज्यादा तवज्जो देता दिखाई नहीं दे रहा है.'
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