विज्ञापन
This Article is From Jan 09, 2018

बहरीन दौरे पर गए राहुल गांधी बोले- सरकार लोगों को जाति और धर्म के आधार पर बांट रही है

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए सरकार पर जाति एवं धर्म के नाम पर लोगों को बांटने का आरोप लगाया

बहरीन दौरे पर गए राहुल गांधी बोले- सरकार लोगों को जाति और धर्म के आधार पर बांट रही है
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को बहरीन में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया.
मनामा (बहरीन): राहुल गांधी को भरोसा है कि वे अगले छह माह में ऐसी नई ‘चमकती कांग्रेस पार्टी’ सामने लाएंगे जिस पर लोग विश्वास करेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष ने बहरीन में यह विश्वास जताया और प्रवासी भारतीयों से मदद मांगी. कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के पश्चात भारत के बाहर पहली बार प्रवासी भारतीयों को अपने संबोधन में सोमवार को राहुल गांधी ने सरकार पर लोगों को जाति एवं धर्म के आधार पर बांटने का आरोप लगाया. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बेरोजगार युवाओं के गुस्से को समाज में नफरत में बदल रही है. उन्होंने प्रवासी भारतीयों से घृणा एवं विभाजन की शक्तियों से लड़ने में मदद की अपील की.

यह भी पढ़ें : फिर 'कूल' अंदाज़ में दिखे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, कर रहे हैं बहरीन की यात्रा

राहुल गांधी ने यहां प्रवासी भारतीय समुदाय को यह आश्वासन दिया कि वह अगले छह महीने में नई ‘चमकती कांग्रेस पार्टी’ सामने लाएंगे जिस पर लोग विश्वास करेंगे. इस तरह उन्होंने संगठन में व्यापक बदलाव का संकेत दिया. उन्होंने कहा कि देश में ‘गंभीर समस्या’ है. उन्होंने प्रवासी भारतीयों से उसे हल करने में मदद तथा नया स्वरूप प्रदान करने में भागीदार बनने की अपील की. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि कांग्रेस 2019 में भाजपा को हराएगी क्योंकि उसके पास ऐसा करने की शक्ति और क्षमता है. उन्होंने कहा कि भगवा पार्टी अपने गढ़ गुजरात में हाल के चुनाव में बमुश्किल बच सकी.

यह भी पढ़ें : कांग्रेस का 'हाथ', फिलहाल लालू यादव के साथ

सोमवार की रात यहां ग्लोबल आर्गनाइजेशन ऑफ पीपुल ऑफ इंडियन ओरिजन की एक बैठक में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने देश के बारे में अपना दृष्टिकोण रखा और कहा कि उनकी शीर्ष प्राथमिकता रोजगार पैदा करना, अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं तैयार करना और शिक्षा प्रणाली बनाना है.

VIDEO : बीजेपी की बुनियाद झूठ पर


उन्होंने दावा किया कि नौकरियां पैदा करने में सरकार की विफलता से भारत में व्यापक अशांति है महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और बीआर अंबेडकर को भी प्रवासी करार देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पूर्वजों को भारत के विचार की रक्षा के लिए 1947 में आपकी जरूरत महसूस हुई थी और अब मैं भारत को बदलने के लिए आपकी मदद मांगने आया हूं.’’ उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति बिल्कुल विचित्र अनुभव है एवं नेताओं द्वारा किसी की निशानदेही करना गलत है, इससे लोगों के खिलाफ नफरत और हिंसा होती है. जब ऐसे अपराध होते हैं तो सरकार उन पर चुप रहती है, ऐसा नहीं होना चाहिए.
(इनपुट भाषा से)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com