काहिरा:
ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद की ऐतिहासिक मिस्र यात्रा के विरोध में सैकड़ों मिस्रवासी और सीरियाई लोगों ने काहिरा में ईरानी दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
अहमदीनेजाद ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) के सम्मेलन में भाग लेने के लिए आए थे। वर्ष 1979 की ईरानी क्रांति के बाद यह ईरान के राष्ट्रपति की पहली मिस्र यात्रा है। इसी यात्रा के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने दूतावास के बाहर जुटकर विरोध प्रदर्शन किया।
मुस्लिम विद्रोही आंदोलन के संचालक येहिया-अल-शेरबिने ने कहा, मुस्लिम ब्रदरहुड और राष्ट्रपति मोहम्मद मोरसी को उनसे नहीं मिलना चाहिए। इस संचालक ने यह भी कहा कि शिया विचारधारा के प्रभुत्व को रोकने के लिए वे कुछ भी करेंगे। अन्य लोग अहमदीनेजाद की ओर से सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद को दिए जा रहे समर्थन से गुस्सा थे।
अहमदीनेजाद ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) के सम्मेलन में भाग लेने के लिए आए थे। वर्ष 1979 की ईरानी क्रांति के बाद यह ईरान के राष्ट्रपति की पहली मिस्र यात्रा है। इसी यात्रा के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने दूतावास के बाहर जुटकर विरोध प्रदर्शन किया।
मुस्लिम विद्रोही आंदोलन के संचालक येहिया-अल-शेरबिने ने कहा, मुस्लिम ब्रदरहुड और राष्ट्रपति मोहम्मद मोरसी को उनसे नहीं मिलना चाहिए। इस संचालक ने यह भी कहा कि शिया विचारधारा के प्रभुत्व को रोकने के लिए वे कुछ भी करेंगे। अन्य लोग अहमदीनेजाद की ओर से सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद को दिए जा रहे समर्थन से गुस्सा थे।
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