उरी हमले और भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के अख़बार डॉन में छपी एक ख़बर पूरी दुनिया में सुर्खियां बनीं. इस ख़बर में आतंकवाद को लेकर कुछ सांसदों और सेना के बीच हुई तीख़ी बहस को रिपोर्ट किया गया था. इस ख़बर के सामने आने के बाद पाकिस्तान की जबरदस्त किरकिरी हुई थी. अब इस रिपोर्ट को लिखने वाले पत्रकार सिरिल अलमीड़ा के देश छोड़ने पर रोक लगा दी गई है.
रिपोर्ट में लिखा गया था कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाक प्रधानमंत्री की बैठक में शहबाज शरीफ़ समेत कई नेताओं ने ये आरोप लगाया कि जब भी देश के अंदर खुलेआम घूम रहे दहशतगर्दों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाती है, तो कहीं ना कहीं से उन्हें रिहा करने का दवाब बना दिया जाता है.
रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार के मंत्रियों ने बैठक में यह तक कहा था कि अगर देश में मौजूद इन नॉन-स्टेट एक्टर्स के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो, दुनिया में पाकिस्तान को अलग-थलग होने से कोई रोक नहीं पाएगा. इस बैठक में कुछ अहम फ़ैसले भी लिए गए, जिसमें कहा गया कि डीजी, आईएसआई और एनएसए उन राज्यों का दौरा करेंगे, जहां ऐसे आतंकवादी गुट सक्रिय हैं.
हांलाकि इस रिपोर्ट के आने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय और शहबाज शरीफ़ के ऑफिस की तरफ़ से सफ़ाई आई, जिसमें इस तरह की किसी भी बहस के होने से इनकार किया गया. वहीं अब इस खबर की रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार अलमीड़ा के देश छोड़ने पर पाकिस्तान सरकार ने रोक लगा दी है.
इस ख़बर के बाद पत्रकार सिरिल अलमीड़ा ने ट्वीट कर अपना दुख जाहिर किया है. उन्होंने लिखा, 'हैरान हूं, दुखी हूं. मेरा अपने देश पाकिस्तान को छोड़ने का कोई इरादा नहीं है.'
इसके बाद एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, आज मैं बहुत दुखी हूं. मेरा देश मेरी ज़िंदगी है. क्या ग़लत हुआ?'
वह आगे लिखते हैं, 'मुझे ये कहा गया है और इस बात के सबूत दिखाए गए हैं कि मैं एक्जिट कंट्रोल लिस्ट छोड़ने पर रोक लगा दी गई है.'
बता दें कि पाकिस्तान सरकार के सीमा नियंत्रण कानून के मुताबिक, एक्जिट कंट्रोल लिस्ट में किसी शख्स का नाम आने पर उसे देश छोड़ने की इजाजत नहीं होती.
रिपोर्ट में लिखा गया था कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाक प्रधानमंत्री की बैठक में शहबाज शरीफ़ समेत कई नेताओं ने ये आरोप लगाया कि जब भी देश के अंदर खुलेआम घूम रहे दहशतगर्दों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाती है, तो कहीं ना कहीं से उन्हें रिहा करने का दवाब बना दिया जाता है.
रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार के मंत्रियों ने बैठक में यह तक कहा था कि अगर देश में मौजूद इन नॉन-स्टेट एक्टर्स के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो, दुनिया में पाकिस्तान को अलग-थलग होने से कोई रोक नहीं पाएगा. इस बैठक में कुछ अहम फ़ैसले भी लिए गए, जिसमें कहा गया कि डीजी, आईएसआई और एनएसए उन राज्यों का दौरा करेंगे, जहां ऐसे आतंकवादी गुट सक्रिय हैं.
हांलाकि इस रिपोर्ट के आने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय और शहबाज शरीफ़ के ऑफिस की तरफ़ से सफ़ाई आई, जिसमें इस तरह की किसी भी बहस के होने से इनकार किया गया. वहीं अब इस खबर की रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार अलमीड़ा के देश छोड़ने पर पाकिस्तान सरकार ने रोक लगा दी है.
इस ख़बर के बाद पत्रकार सिरिल अलमीड़ा ने ट्वीट कर अपना दुख जाहिर किया है. उन्होंने लिखा, 'हैरान हूं, दुखी हूं. मेरा अपने देश पाकिस्तान को छोड़ने का कोई इरादा नहीं है.'
Puzzled, saddened. Had no intention of going anywhere; this is my home. Pakistan.
— cyril almeida (@cyalm) October 11, 2016
इसके बाद एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, आज मैं बहुत दुखी हूं. मेरा देश मेरी ज़िंदगी है. क्या ग़लत हुआ?'
I feel sad tonight. This is my life, my country. What went wrong.
— cyril almeida (@cyalm) October 10, 2016
वह आगे लिखते हैं, 'मुझे ये कहा गया है और इस बात के सबूत दिखाए गए हैं कि मैं एक्जिट कंट्रोल लिस्ट छोड़ने पर रोक लगा दी गई है.'
I am told and have been informed and have been shown evidence that I am on the Exit Control List.
— cyril almeida (@cyalm) October 10, 2016
बता दें कि पाकिस्तान सरकार के सीमा नियंत्रण कानून के मुताबिक, एक्जिट कंट्रोल लिस्ट में किसी शख्स का नाम आने पर उसे देश छोड़ने की इजाजत नहीं होती.
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