इस्लामाबाद:
अज्ञात हमलावरों ने दक्षिण पश्चिमी पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में कल रात एक बस में आग लगा दी, जिससे चार बच्चों और दो महिलाओं सहित 13 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य झुलस गए। एक अधिकारी ने मंगलवार यह जानकारी दी। सहायक आयुक्त शाहजैब मंडोखल ने मीडिया को बताया कि बस उत्तर पश्चिमी इलाके पेशावर से बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा जा रही थी। उसपर कल देर रात सिबी इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग पर हमला किया गया। उन्होंने बताया कि हमले में 13 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हुए। अन्य पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मरने वालों में तीन लोग अल्पसंख्यक हिंदु समुदाय के थे, जिनकी पहचान कपिल, वर्षीन और पूजामल के रूप में की गई है। बस के चालक ने सिबी के निकट सड़क किनारे स्थित एक होटल के बाहर जैसे ही बस को खड़ा किया, मोटरसाइकिल पर सवार चार हथियारबंद लोगों ने उसपर हमला कर दिया। लिवीस मिलिशिया के अधिकारियों ने बताया कि दो हमलावर बस के भीतर घुस आए और उन्होंने यात्रियों पर पेट्रोल छिड़कने के बाद बस को आग लगा दी। मृतकों और घायलों को सिबी के अस्पताल ले जाया गया, जहां अधिकारियों ने कुछ घायलों की हालत बहुत नाजुक बताई है। सिबी के पुलिस आयुक्त नसीर अहमद नासिर ने बताया, बस का चालक और सहायक मौके से फरार हो गए, हम उन्हें तलाश रहे हैं। सेना और पुलिस के जवानों ने इलाके को घेर लिया है और बस को आग लगाने वाले संदिग्ध अपराधियों की खोज की जा रही है। पुलिस को संदेह है कि यह जातीय हमला हो सकता है क्योंकि बस में बहुत से गैर स्थानीय लोग सवार थे। बलूच पृथकतावादी पिछले कुछ वर्ष से प्रांत में सरकारी और सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर हमले कर रहे हैं और इससे पहले भी अन्य प्रांतों से आकर बलूचिस्तान के विभिन्न भागों में बसे लोगों को निशाना बना चुके हैं। नासिर ने बताया कि आग लगने से मरने वालों में एक ही परिवार के पांच सदस्य हैं। इनमें तीन बच्चे और उनके दादा दादी शामिल हैं। उपायुक्त ने बताया, बस का एक दरवाजा तुरंत जल गया जिससे बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं मिला। बस में सवार अधिकांश पुरूष यात्री बस रूकने पर नमाज पढ़ने अथवा भोजन करने के लिए बस से उतर चुके थे। जो लोग बस में बचे रह गए थे, आग की भेंट चढ़ गए।