न्यूज़ीलैंड ने सोमवार को खुद को कोरोनावायरस फ्री घोषित कर दिया है. सोमवार को यहां आखिरी मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. यहां पिछले 17 दिनों से संक्रमण का कोई नया केस नहीं आया है. सोमवार को देशभर से लॉकडाउन और रिस्ट्रिक्शन्स लगभग पूरी तरह से हटा लिए गए. प्रधानमंत्री जेंसिंडा आर्डर्न ने इसकी घोषणा करते हुए बताया कि जब उन्हें इसकी जानकारी गई तो वो घर पर थीं और वो इतनी खुश हुईं कि उन्होंने अपनी बेटी के साथ डांस करना शुरू कर दिया. जेसिंडा आर्डर्न ने अपनी घोषणा में कहा कि कीवी इस वायरस को हराने के लिए ऐतिहासिक रूप से साथ आए हैं. उन्होंने कहा, 'हमें पूरा विश्वास है कि हमने न्यूज़ीलैंड में फिलहाल के लिए वायरस के संक्रमण और प्रसार को पूरी तरह से रोक लिया है.' उन्होंने कहा कि बॉर्डर कंट्रोल अभी भी रहेगा, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का नियम हटा लिया जाएगा और लोगों के एक साथ समहू में इकट्ठा होने पर भी कोई रोक नहीं रहेगी.
देशभर में सात हफ्तों के लॉकडाउन को वहां के नागरिकों का बलिदान बताते हुए आर्डर्न ने कहा कि अब उन्हें इसका इनाम मिला है कि देश में एक भी एक्टिव केस नहीं है.
जब उनसे पूछा गया कि जब उन्हें इसकी जानकारी मिली तो उनका क्या रिएक्शन था, आर्डर्न ने बताया कि वो इतनी खुश हुईं कि उन्होंने अपनी बेटी नीव के साथ वहीं डांस करना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा, 'मैंने थोड़ा सा डांस किया. मेरी बेटी को कुछ समझ नहीं आया कि मैं ऐसा क्यों कर रही, लेकिन वो भी मेरी खुशी में शामिल हुई.'
बता दें कि न्यूज़ीलैंड में 1,154 संक्रमण के केस आए थे और 22 मौतें हुई थीं. यहां पिछले 17 दिनों से संक्रमण का कोई नया केस नहीं आया है. वहीं पिछले एक हफ्ते से पूरे देश में बस एक ही एक्टिव केस था, जिसे सोमवार को छुट्टी दे दी गई. मरीज की निजता को ध्यान में रखते हुए उसकी पहचान जाहिर नहीं की गई है लेकिन माना जा रहा है कि आखिरी मरीज 50 से कुछ ज्यादा उम्र की महिला है.
न्यूज़ीलैंड अपने फोर-टियर वायरस रिस्पॉन्स सिस्टम के लेवल वन पर आ चुका है. यानी अब यहां नाइटक्लब (हालांकि डांस फ्लोर खोलने की परमिशन नहीं होगी) और थिएटर खुल जाएंगे. स्पोर्टिंग इवेंट्स भी होंगे और इसके लिए लोग स्टेडियम और स्टैंड्स में जुट सकेंगे.
आर्डर्न ने कहा कि रिस्ट्रिक्शन्स हटाने से न्यूज़ीलैंड की इकॉनमी को मदद मिलेगी. इससे रिकवरी में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि 'हम भले ही सबसे ज्यादा ओपन इकॉनमी नहीं होंगे, लेकिन हम दुनियाभर की कुछ ओपन इकॉनमी में से एक होंगे और इसका फायदा हमें मिलेगा.'
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