
काहिरा:
मिस्र में विपक्ष के प्रमुख उदारपंथी नेता मोहम्मद अलबरदेई को देश की नई कार्यवाहक सरकार का प्रधानमंत्री नामित किया गया है। अलबरदेई के सहयोगी और मुर्सी विरोधी तामरोद आंदोलन ने यह जानकारी दी।
सरकारी समाचार एजेंसी मीना ने बताया कि अल बरदेई ने अंतरिम राष्ट्रपति अदले महमूद मंसूर से मुलाकात की है। देश में बढ़ते असंतोष के बीच इस्लामवादी नेता मोहम्मद मुर्सी को सेना ने तीन दिन पहले उनके पद से हटा दिया था। सेना के इस कदम पर मुर्सी समर्थकों ने बड़ी संख्या में प्रदर्शन किया।
71 वर्षीय अल बरदेई संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था के पूर्व प्रमुख हैं। अलबरदेई उदारपंथी और वामपंथी पार्टियों के गठबंधन नेशनल सालवेशन फ्रंट का नेतृत्व कर रहे हैं।
बीबीसी की खबर के मुताबिक फ्रंट के प्रवक्ता ने एपी समाचार एजेंसी को बताया कि मंसूर उन्हें प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाएंगे।
बृहस्पतिवार को एक साक्षात्कार में अल बरदेई ने सेना के हस्तक्षेप का बचाव करते हुए कहा था, ‘हम दो पाटों के बीच में मौजूद हैं।’ उन्होंने कहा था, ‘यह एक तकलीफदेह उपाय है, कोई भी ऐसा नहीं चाहता।’ लेकिन मुर्सी ने दुर्भाग्य से कुछ महीने पहले खुद को एक फराओ (मिस्र का प्राचीन राजा) घोषित कर दिया। मुर्सी मुस्लिम ब्रदरहुड के कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ नजरबंद हैं।
सरकारी समाचार एजेंसी मीना ने बताया कि अल बरदेई ने अंतरिम राष्ट्रपति अदले महमूद मंसूर से मुलाकात की है। देश में बढ़ते असंतोष के बीच इस्लामवादी नेता मोहम्मद मुर्सी को सेना ने तीन दिन पहले उनके पद से हटा दिया था। सेना के इस कदम पर मुर्सी समर्थकों ने बड़ी संख्या में प्रदर्शन किया।
71 वर्षीय अल बरदेई संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था के पूर्व प्रमुख हैं। अलबरदेई उदारपंथी और वामपंथी पार्टियों के गठबंधन नेशनल सालवेशन फ्रंट का नेतृत्व कर रहे हैं।
बीबीसी की खबर के मुताबिक फ्रंट के प्रवक्ता ने एपी समाचार एजेंसी को बताया कि मंसूर उन्हें प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाएंगे।
बृहस्पतिवार को एक साक्षात्कार में अल बरदेई ने सेना के हस्तक्षेप का बचाव करते हुए कहा था, ‘हम दो पाटों के बीच में मौजूद हैं।’ उन्होंने कहा था, ‘यह एक तकलीफदेह उपाय है, कोई भी ऐसा नहीं चाहता।’ लेकिन मुर्सी ने दुर्भाग्य से कुछ महीने पहले खुद को एक फराओ (मिस्र का प्राचीन राजा) घोषित कर दिया। मुर्सी मुस्लिम ब्रदरहुड के कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ नजरबंद हैं।
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