Covid-19 Pandemic: कोरोना महामारी से बचाव के लिए वैक्सीन को लेकर दुनियाभर में काम चल रहा है. अमेरिकी फर्म मॉडर्ना ने कहा है कि अपनी कोविड-19 वैक्सीन के अमेरिका और यूरोप में अनुमोदन/अनुमति के लिए सोमवार को अनुरोध करेगी. इस वैक्सीन के 94.1 फीसदी तक प्रभावी होने का दावा किया गया है. गंभीर मामलों में यह वैक्सीन 100 प्रतिशत तक प्रभावी है.कंपनी की ओर से एक बयान में कहा गया है, 'मॉडर्ना, US FDA (यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशनआज ) के समक्ष EUA (इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन) के लिए योजना बना रही है.' कंपनी ने यह भी कहा है कि वह यूरोपियन मेडिसिंस एजेंसी (EMA) के समक्ष भी कंडीशनल मार्केटिंग ऑथराइजेशन के लिए आवेदन करेगी.
गौरतलब है कि कोरोना वैक्सीन को लेकर भारत में भी जोरशोर से तैयारियां हो रही है. उम्मीद है कि अगले साल जनवरी माह तक यह वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी. ऑक्सफोर्ड वैक्सीन को लेकर अदार पूनावाला ने कहा कि जनवरी-फरवरी तक 10 करोड़ कोरोना वैक्सीन के डोज उपलब्ध करा सकते हैं.मशहूर फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका और यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड की ओर से मिलकर विकसित की गई कोरोना वायरस वैक्सीन COVAXIN के रिजल्ट उत्साह बढ़ाने वाले रहे हैं. इससे कुछ घंटे पहले एस्ट्राजेनेका ने दावा किया था कि वैक्सीन 90 फीसदी तक असरदार है.
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पूनावाला की कंपनी ने कोविड वैक्सीन के विस्तृत पैमाने पर डोज के लिए सरकार के साथ करार दिया है. उन्होंने कहा कि करीब चार करोड़ डोज तैयार हो चुके हैं और केंद्र सरकार बड़े पैमाने पर यह डोज 250 रुपये या इससे कुछ कम राशि में खरीदेगी. यह दो डोज की वैक्सीन है.उन्होंने बताया कि वैक्सीन 500 और 600 रुपये प्रति डोज की दर पर प्राइवेट मार्केट में बेची जाएगी, इससे डिस्ट्रीब्यूटर्स को पैसे बनाने में कुछ मदद मिलेगी.
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